Gorakhpur: जय श्रीराम के जयकारों के बीच राममय हुई गोरक्षनगरी, निकाली गई भव्य शोभायात्रा
Gorakhpur News: संघ के प्रांत प्रचारक सुभाष ने लोगों से 22 जनवरी के दिन अपने घर के दरवाजों पर रंगोली बनाकर भगवान श्रीराम का स्वागत करने की अपील की।
Gorakhpur News: अयोध्या में जन्मभूमि पर रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की उत्तरी भाग इकाई की ओर से शुक्रवार (12 जनवरी) को भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा के दौरान पूरे समय प्रभु श्री राम का जयकारा गूंजता रहा। गोरक्षनगरी राममय हो गई। शोभा यात्रा को लेकर लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला। जिस रास्ते से शोभायात्रा निकली, लोगों ने पुष्प वर्षा कर उसका स्वागत किया।
राप्तीनगर के भीमराव आंबेडकर विद्यालय से शुरू हुई इस शोभायात्रा में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा।। बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों के साथ बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि संघ के प्रांत प्रचारक सुभाष ने कहा कि, अयोध्या में बनाया जा रहा मंदिर हिंदू समाज की एकता का प्रतीक है। श्रीराम सबके राम हैं। श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सबकी सहभागिता हो इसके लिए घर-घर पूजित अक्षत और कलश पहुंचाया जा रहा है।'
'दरवाजे पर बनाएं रंगोली, श्रीराम का करें स्वागत'
संघ के प्रांत प्रचारक सुभाष ने कहा, '22 जनवरी हम सब के लिए उत्सव मनाने का दिन है। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि वह गांव, नगर, मोहल्ला, कालोनी के मंदिरों में विशेष पूजन और भजन-कीर्तन करें। घर के दरवाजे पर रंगोली बनाकर भगवान श्रीराम का स्वागत करें।' शोभायात्रा स्कूल प्रांगण से निकल कर एचएन सिंह चौराहा, असुरन चौराहा होते हुए गीता वाटिका पहुंचकर समाप्त हुई। राम दरबार और स्वामी विवेकानंद की झांकी शोभायात्रा की शोभा रहीं। शोभायात्रा में शामिल प्रमुख लोगों में हरेकृष्ण सिंह, बृजेश मणि मिश्र, सर्वेश, संतोष शुक्ला, उमेश, अंबेश, सत्येंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
दीप जलाकर उत्सव मनाने की अपील
शहर के उत्तरी भाग में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में पूजित अक्षत वितरण करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक सुभाष ने श्री राम जन्मभूमि अयोध्या जी में 22 जनवरी को नवीन विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर आम जनमानस को भव्य और दिव्य दीपावली मनाने का आग्रह किया। प्रांत प्रचारक ने लोगों से अपील किया की 22 जनवरी को अपनी अगल-बगल के मंदिरों में पूजा पाठ करें और घरों के सामने कम से कम से कम पांच दीपक जलाकर प्रभु श्री राम का अयोध्या में विराजमान होने का उत्सव मनाए।