Gorakhpur News: रिसर्च में चोरी रोकने के लिए गोरखपुर यूनिवर्सिटी की पहल, लांच होगा अनुसंधान प्रबंधन पोर्टल

Gorakhpur News: कुलपति प्रो.पूनम टंडन की अध्यक्षता में कार्य परिषद द्वारा अनुमोदित नवनिर्मित पीएचडी अध्यादेश-2024 में पीएचडी की मूल्यांकन प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रावधान किया गया है।

Update:2024-02-12 18:23 IST

DDU University  source: Newstrack 

Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने रिसर्च में चोरी के आरोप से बचने के लिए एक पहल की है। इसके लिए विवि प्रशासन शोधकर्ताओं के लिए एक ऑनलाइन अनुसंधान प्रबंधन पोर्टल लॉन्च करने जा रहा है। विश्वविद्यालय में शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल शैक्षणिक वातावरण बनाने की दिशा में कुलपति प्रो.पूनम टंडन द्वारा लिया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।

ऑनलाइन पोर्टल से पीएचडी स्कोलर्स के लिए शोध में पंजीकरण से लेकर पीएचडी जमा करने और पीएचडी की उपाधि प्रदान करने सहित सभी प्रक्रिया सरल होगी तथा इसमें तेजी भी आएगी। विश्वविद्यालय का रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल इस पोर्टल पर काम कर रहा है। मौजूदा रिसर्च स्कॉलर्स की जानकारी अपडेट की जा रही है। कुलपति प्रो.पूनम टंडन की अध्यक्षता में कार्य परिषद द्वारा अनुमोदित नवनिर्मित पीएचडी अध्यादेश-2024 में पीएचडी की मूल्यांकन प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रावधान किया गया है। इसमें थीसिस विशेषज्ञों को भेजने के बाद ऑनलाइन ट्रैकिंग की व्यवस्था की गई है। प्रयास होगा की थीसिस का मूल्यांकन 2 महीने के भीतर करा लिया जाए।


कुलपति प्रो.पूनम टंडन source: Newstrack 


पोर्टल पर होगा शोधकर्ताओं का सभी विवरण

इस पोर्टल पर शोधकर्ता की फ़ोटो, अनुमोदित थीसिस शीर्षक, पर्यवेक्षकों / सह-पर्यवेक्षकों की जानकारी, पंजीकरण की तारीख, सेमेस्टर शुल्क विवरण, प्रगति रिपोर्ट (छह मासिक) स्थिति सहित विभिन्न विभागों में पंजीकृत छात्रों के बारे में विवरण प्रदर्शित किया जाएगा। सभी पीएचडी छात्रों को एक यूनिक यूजर आईडी और पासवर्ड जारी किया जाएगा। जिससे वे अपनी फाइलों की स्थिति देख सकेंगे। शोध संबंधित प्रक्रियाओं में तेजी लाने के लिए विश्वविद्यालय ने पीएचडी अवार्ड से पहले थीसिस को सॉफ्ट कॉपी में ऑनलाइन जमा करने, विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन मूल्यांकन और ऑनलाइन अंतिम साक्षात्कार का प्रावधान पहले ही शुरू कर दिया है। ऑनलाइन अनुसंधान प्रबंधन पोर्टल के विकास के साथ, पीएचडी छात्रों को शोध से संबंधित किसी भी मामले के बारे में पूछताछ करने के लिए भौतिक रूप से अनुसंधान और विकास सेल में जाने की ज़रूरत नहीं होगी।

पहली बार विदेश से परीक्षकों को प्रस्तावित करने का प्रावधान

नए पीएचडी अध्यादेश 2024 में पहली बार विदेश से बाहरी परीक्षकों को प्रस्तावित करने का भी प्रावधान किया गया है। जो ऑनलाइन प्रणालियों के प्रचलन के कारण संभव हो सका है। थीसिस सबमिशन से लेकर मूल्यांकन तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी और शोधकर्ता यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके अनुसंधान प्रबंधन पोर्टल पर स्थिति का पता लगा सकेंगे

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