गोरखपुर यूनिवर्सिटीः स्नातक- परास्नातक की सेमेस्टर परीक्षाएं 15 अप्रैल से, 3 लाख स्टूडेंट्स होंगे शामिल
गोरखपुर यूनिवर्सिटीः दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्नातक तथा परास्नातक की सम सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 अप्रैल से प्रारंभ होंगी।
Gorakhpur University: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन की अध्यक्षता में गुरुवार को अधिष्ठाता, विभाग अध्यक्षगण एवं अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक में निर्णय लिया गया कि स्नातक तथा परास्नातक की सम सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 अप्रैल से प्रारंभ होंगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि परास्नातक के चौथे सेमेस्टर तथा स्नातक के छठे सेमेस्टर की परीक्षाओं को पहले कराया जाए जिससे पास-आउट होने वाले विद्यार्थियों का परिणाम जल्द से जल्द घोषित किया जा सके।
इसके साथ ही बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चुनाव की तिथियां को ध्यान में रखते हुए परीक्षा का टाइम टेबल जल्द से जल्द घोषित किया जाए। बैठक में कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने विभागाध्यक्ष तथा संकायाध्यक्ष से विभिन्न पाठ्यक्रमों के पठन-पाठन की भी जानकारी ली। कुलपति ने कहा कि सभी विभाग अध्यक्ष यह सुनिश्चित करें कि पाठ्यक्रम जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए। इसके साथ ही आंतरिक मूल्यांकन भी समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में यह भी चर्चा की गई की सम सेमेस्टर की स्नातक परीक्षाओं तथा परास्नातक परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों का प्रारूप पिछली विषम सेमेस्टर में कराई गई परीक्षाओं के अनुरूप ही होगा। परीक्षा नियंत्रक को निर्देशित किया गया की जल्द से जल्द प्रश्न पत्र तैयार कराने की प्रक्रिया पूरी करवाएं। बता दें कि डीडीयू और सम्बद्ध कॉलेजों में करीब तीन लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनमें 2.58 लाख विद्यार्थी सेमेस्टर परीक्षाओं में और करीब 40 हजार विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं।
चुनाव को लेकर मुश्किल में था डीडीयू प्रशासन
इस बार लोकसभा चुनावों को देखते हुए डीडीयू प्रशासन परीक्षा को लेकर कोई निर्णय नहीं ले पाया था। दरअसल, चुनावी प्रक्रिया में डीडीयू कैंपस के बड़े हिस्से का इस्तेमाल निर्वाचन आयोग करता रहा है। इसके अन्तर्गत चुनावी प्रशिक्षण, पोलिंग पार्टियों को रवाना करना, मतगणना के बाद मतपेटिका रखवाना, मतगणना तक में डीडीयू कैंपस का इस्तेमाल होता रहा है। इसे देखते हुए डीडीयू प्रशासन नहीं चाहता था कि चुनावी प्रक्रिया और परीक्षा की तिथियां टकराएं। पिछले वर्षों में वार्षिक परीक्षाएं मार्च के दूसरे पखवारे में शुरू हो जाती थीं, जबकि सम सेमेस्टर की परीक्षाएं मई-जून में होती थीं। जून की चिलचिलाती धूप में पिछले वर्ष कई विद्यार्थी परीक्षा केन्द्रों पर ही डिहाइड्रेशन के कारण बेहोश हो गए थे। इसे देखते हुए डीडीयू प्रशासन जून में परीक्षाएं नहीं कराना चाहता।