Gorakhpur: नेपाल और गोरखपुर की आकाश में पहली बार जहाज उड़ाने वाले पायलट दलीप सिंह मजीठिया का निधन

Gorakhpur News: पूर्वांचल में अत्याधुनिक सरदारनगर चीनी मिल को स्थापित करने के साथ ही दलीप मजिठिया ने शिक्षा की अलख भी जगाई।

Update: 2024-04-17 01:53 GMT

Pilot Dalip Singh Majithia passes away  (photo: social media )

Gorakhpur News: देश के सबसे बुजुर्ग फाइटर पायलट स्क्वाड्रन लीडर दलीप सिंह मजीठिया का 104 वर्ष की उम्र में उत्तराखंड में निधन हो गया। उनके निधन से गोरखपुर के चौरीचौरा क्षेत्र के सरदारनगर सहित पूरे क्षेत्र को लोग गमगीन हैं। लोगों का दुख यूं ही नहीं है। पूर्वांचल में अत्याधुनिक सरदारनगर चीनी मिल को स्थापित करने के साथ ही दलीप मजिठिया ने शिक्षा की अलख भी जगाई। उन्होंने मदन मोहन मालवीय टेक्निकल यूनिवर्सिटी के लिए 317 एकड़ जमीन दी थी। इतना ही नहीं गोरखपुर यूनिवर्सिटी में सांइस की पढ़ाई के लिए विभाग स्थापित किया। आज भी यूनिवर्सिटी परिसर में मजीठिया भवन उन्हें नमन कर रहा है।

अपनी पहली ट्रेनिंग उड़ान के दो सप्ताह बाद ही 20 साल की उम्र में पहली सोलो उड़ान भरी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बर्मा (म्यांमार) के मोर्चे पर तैनात हुए। वहां से हॉकर हर्रिकेन उड़ाना उनके जीवन का सबसे अहम हिस्सा था। ईस्ट इंडिया कंपनी में अपनी सेवा देते हुए उन्होंने बर्मा के मोर्चे पर उड़ान भरी थी। इसमे उनका मुकाबला जापान के फाइटर जीरो से था। वहां न केवल बमवर्षक विमानों के साथ डटे रहे बल्कि साहस और वीरता के चलते हीरो भी कहलाए। उनका सबसे पसंदीदा एयरक्राफ्ट हर्रिकेन था। यह उस समय दुनिया का सबसे एडवांस एयरक्राफ्ट था। गोरखपुर आने के बाद उन्होंने निजी चार्टर्ड प्लेन खरीदा। इससे उड़ान का शौक पूरा करते रहे। नेपाल की धरती पर पहली बार हवाई जहाज उतारने का श्रेय दलीप सिंह मजीठिया को ही मिला। 23 अप्रैल 1949 को उन्होंने काठमांडू के परेड ग्राउंड में यह ऐतिहासिक कार्य किया था।

एमएमएमयूटी को दान में दी 317 एकड़ जमीन

गोरखपुर में तकनीकी संस्थान खोलने के लिए वर्ष 1970 में उन्होंने 317 एकड़ जमीन मुफ्त में दे दी थी। वर्तमान में वहीं मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विवि स्थापित है। डीडीयू की स्थापना हुई तो भवन निर्माण के लिए दिलीप सिंह ने पूरा खर्च उठाने का जिम्मा लिया था। उसके बाद मजीठिया भवन का निर्माण शुरू हुआ। कुशीनगर स्थित बुद्ध पीजी कॉलेज और बुद्ध इंटर कॉलेज, लेडी प्रसन्न कौर इंटर कॉलेज बसडीला भी मजीठिया परिवार के प्रबंधन में ही संचालित होता है।

अमृता शेरगिल के भतीजे थे दलीप

विश्व प्रसिद्ध आर्टिस्ट अमृता शेरगिल का मजीठिया परिवार से गहरा रिश्ता रहा है। सरैया में मजीठिया परिवार के फाउंडर सदस्य रहे उमराव सिंह शेरगिल की पुत्री अमृता शेरगिल विश्व प्रसिद्ध आर्टिस्ट थी। सरदार दलीप सिंह मजीठिया अमृता शेरगिल के भतीजा थे। फिल्म अभिनेता जिमी शेरगिल के चाचा थे दलीप सिंह मजीठिया दलीप सिंह मजीठिया का परिवार काफी नामी है। उन्ही के परिवार के ही सत्यजीत सिंह शेरगिल के पुत्र जिमी शेरगिल फिल्म इंडस्ट्री में बड़े अभिनेता के रूप में शुमार है।

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