Gorakhpur News: लारेंस विश्नोई और गोल्डी बराड गैंग की जड़े गोरखपुर तक, जानें पूरा मामला?
Gorakhpur News: गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ गैंग के गुर्गों का पहले भी गोरखपुर से नाता जुड़ चुका है।
Gorakhpur News: लारेंस विश्नोई और गोल्डी बराड गैंग की जड़े गोरखपुर से लेकर नेपाल तक जमी हुई है। इस नेटवर्क को लेकर एनआईए की टीम भी गोरखपुर आ चुकी है। पुलिस का दावा है कि पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में जिस एके-47 का प्रयोग हुआ तो उसे गोरखपुर के शंशाक ने मुहैया कराया था। खैर, गोल्डी बराड गैंग के तीन सदस्यों की गोरखपुर पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद खतरनाक गैंग को जड़ों को खंगालने में खुफिया एजेंसियां भी जुट गई हैं।
पंजाब से लेकर मुंबई तक सक्रिय गोल्डी बराड़ गैंग रविवार (4 फरवरी, 2024) को तब सुर्खियों में आया जब गोरखपुर पुलिस ने गैंग के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया था। ये बदमाश तीन करोड़ रुपये की रंगदारी न देने पर चंडीगढ़ के ईंट-भट्ठा व्यापारी के घर फायरिंग कर तीनों बदमाश फरार थे। तीनों गोरखपुर के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में थे। गोरखपुर एसओजी की मदद से चंडीगढ़ पुलिस ने तीनों को दबोच लिया और अपने साथ लेकर चली गई। तीनों पटना से बस से गोरखपुर आ रहे थे। पुलिस के मुताबिक, पंजाब के सेक्टर 5 थाना नार्थ चंडीगढ़ निवासी ईंट-भट्ठा व्यवसायी कुलदीप सिंह कक्कड़ से गोल्डी बराड़ गैंग के तीन बदमाशों ने तीन करोड़ की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी न देने पर 19 जनवरी को उनके घर पर फायरिंग कर दी थी। मामले की जांच में पंजाब के मोहाली के रहने वाले कमल प्रीत सिंह, अमृतपाल सिंह उर्फ गुज्जर और प्रेम सिंह का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की तो वे पटना भाग गए थे।
सिंघड़िया के शशांक पाण्डेय ने किया था गैंग को असलहा सप्लाई
गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ गैंग के गुर्गों का पहले भी गोरखपुर से नाता जुड़ चुका है। कैंट इलाके के सिंघड़िया के रहने वाले शशांक पाण्डेय इस गैंग को असलहे की सप्लाई करता था। उसी असलहे से मूसेवाला की हत्या हुई थी। बिहार के पश्चिम चंपारण जिले का मूल निवासी शशांक पांडेय मुंगेर से असलहे ले जाकर गैंग को बेचता था। शशांक की जांच करने एनआईए की टीम गोरखपुर भी आ चुकी है। पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के कुछ दिनों बाद ही शशांक अंबाला में असलहों के साथ पकड़ा गया था। शशांक कैंट इलाके के सिंघड़िया आदर्शनगर का रहने वाला है। वह लारेंस विश्नोई और गोल्डी बराड गैंग को असलहा सप्लाई करता था। पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के कुछ दिनों बाद ही शशांक अंबाला में असलहों के साथ पकड़ा गया था। फिलहाल, गोरखपुर में उसके मकान पर दो साल से ताला बंद था। कुछ साल पहले पिता की मौत के बाद उसकी मां गांव चली गईं। लेकिन, कुछ दिनों पहले मां ने इस घर को एक यादव परिवार को बेच दिया।
मूसेवाला की हत्या के बाद गोरखपुर में दोस्तों संग की थी पार्टी
शशांक पांडेय मूल रूप से बिहार के पश्चिम चंपारण के मैनाटारह में चुठहा गांव का रहने वाला है। उसके पिता नित्यानंद पांडेय 10 साल पहले नौकरी की तलाश में परिवार के साथ गोरखपुर आए थे। सिंघड़िया में बंद हो चुकी नमकीन फैक्ट्री को उन्होंने खरीद लिया। 6 साल पहले नित्यानंद की मौत हो गई। पिता की मौत के बाद शशांक की मां वापस गांव पश्चिम चंपारण चली गईं। यहां उसके घर पर तभी से ताला बंद रहता था। लेकिन, करीब 10 महीने पहले मां ने गोरखपुर का घर एक यादव परिवार को बेच दिया।