Gorakhpur News: शोध के लिए नहीं जरूरी है एमटेक, बीटेक के बाद ले सकेंगे पीएचडी में प्रवेश, पूरी करनी होगी यह शर्त

Gorakhpur News: डीन प्रो. राकेश कुमार ने बताया कि पीएचडी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 28 जून थी। छात्रों की मांग पर इसे 2 जुलाई तक विस्तारित कर दिया गया है। पीएचडी की कुल 48 सीटों पर प्रवेश लिया जाना है।

Update: 2024-06-29 01:59 GMT

मदन मोहन मालवीय टेक्निकल यूनिवर्सिटी (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: अब पीएचडी में प्रवेश के लिए इंजीनियरिंग छात्रों को एमटेक करना जरूरी नहीं है। वह बीटेक करने के बाद ही पीएचडी में प्रवेश ले सकते हैं। इसके लिए शर्त यह है कि बीटेक में 75 फीसदी या फिर उससे अधिक अंक लाने होंगे। गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय टेक्निकनल यूनिवर्सिटी में यह सुविधा शुरू की जा रही है। इससे सैकड़ों छात्रों का शोध का सपना पूरा हो सकेगा।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में प्रावधान किया गया है कि चार वर्षीय स्नातक पाठ्यकम में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने वाले छात्र सीधा पीएचडी में प्रवेश ले सकेंगे। एनईपी के प्रावधानों को देखते हुए यूजीसी ने सत्र 2024 से शोध अध्यादेश को लेकर व्यापक बदलाव किया है। यूजीसी के दिशा-निर्देशों के क्रम में एमएमएमयूटी ने इसे अपने शोध अध्यादेश में शामिल कर लिया था। अब इसकी शुरुआत हो रही है। एमटेक में प्रवेश के लिए 30 जून आवेदन की अंतिम तिथि निर्धारित है। बीटेक 75 प्रतिशत या अधिक अंकों से उत्तीर्ण ऐसे छात्र एमटेक के साथ ही पीएचडी के लिए भी अर्ह हैं। एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी सैनी का कहना है कि बीटेक में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थी एमटेक के साथ पीएचडी में प्रवेश के लिए भी आवेदन के अर्ह हैं। एनईपी के प्रावधान और यूजीसी के नए दिशा निर्देशों को लागू किया जा रहा है।

पीएचडी में प्रवेश के लिए 2 जुलाई तक करें आवेदन

डीन प्रो. राकेश कुमार ने बताया कि पीएचडी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 28 जून थी। छात्रों की मांग पर इसे 2 जुलाई तक विस्तारित कर दिया गया है। पीएचडी की कुल 48 सीटों पर प्रवेश लिया जाना है। पीएचडी में फेलोशिप के कई मौके हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में प्रावधानों के तहत बीटेक में 75 प्रतिशत या अधिक पाने वाले विद्यार्थी पीएचडी में प्रवेश के लिए पात्र होंगे।

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