National Doctor's Day 2024: चिकित्सक के जज्बे को सलाम, 10 टीबी मरीजों को गोद लिया, 70 मरीजों को दूसरे चिकित्सकों को सौंपा

National Doctor's Day 2024: गोरखपुर में सरदारनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी की भूमिका में उन्होंने टीम की मदद से चार बार अस्पताल को कायाकल्प पुरस्कार दिलवाया है। टीबी मरीजों के गोद लेने में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।

Update: 2024-07-01 01:58 GMT

डॉ.हरिओम पांडेय (Pic: Newstrack)

National Doctor's Day 2024: चिकित्सकों की सेवा और निष्ठा के सवालों के बीच कुछ डॉक्टर ऐसे हैं, जो आज भी मरीजों के लिए धरती के भगवान से कम नहीं है। ऐसा ही एक चेहरा है डॉ.हरिओम पांडेय। डॉक्टर ने 10 टीबी मरीजों को गोद लिया है। उनकी प्रेरणा से 70 अन्य टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। जिनका बेहतर इलाज हो रहा है।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सरदारनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी की भूमिका में उन्होंने टीम की मदद से चार बार अस्पताल को कायाकल्प पुरस्कार दिलवाया है। टीबी मरीजों के गोद लेने में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। डॉ. पांडेय ने खुद तो 10 मरीजों को गोद लिया साथ ही दूसरों को 70 टीबी मरीजों को गोद दिलाकर उनकी जिदंगी को टीबी मुक्त करा चुके हैं। इसकी बदौलत वह जिले में सर्वाधिक टीबी मरीजों को गोद लेकर उनका सहयोग करने वाले चिकित्सक बन गए हैं।


नेपाल बॉर्डर से सटे सिद्धार्थनगर जिले के लोटन ब्लॉक के रसियावल खुर्द गांव के रहने वाले डॉ. पांडेय छात्र जीवन से ही चिकित्सक बनकर मरीजों की सेवा करना चाहते थे। डॉ. पांडेय राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रशिक्षक भी हैं। आरबीएसके योजना के तहत पहली बार उन्होंने हार्ट सर्जरी कराई थी। डॉ. हरिओम पांडेय को जुलाई 2019 में सरदारनगर पीएचसी का प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बनाया गया। उस समय तक इस पीएचसी को एक भी कायाकल्प पुरस्कार नहीं मिला था। इस योजना के तहत केवल 79.2 फीसदी अंकों के साथ पुरस्कार मिला। वर्ष 2020-21 में 80.9 फीसदी, वर्ष 2021-22 में 88.6 फीसदी और वर्ष 2022-23 में 92.55 फीसदी के साथ कायाकल्प पुरस्कार हासिल हुआ। अब उनका प्रयास होगा कि ब्लॉक के अधिकाधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का एनक्वास सर्टिफिकेशन कराया जाए।

डॉक्टर हरिओम से प्रेरणा लें अन्य चिकित्सक

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे का कहना है कि राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर सभी चिकित्सकों को ढेर सारी बधाई। राष्ट्रीय कार्यक्रमों में अहम भूमिका निभाने वाले चिकित्सक एक नजीर हैं। बाकी लोगों को भी उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि अपने मूल दायित्वों को निभाते हुए जन स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने का प्रयास करें। इस साल इस दिवस की थीम 'हीलिंग हैंड्स, केयरिंग हार्ट्स' है, जो चिकित्सकों के समर्पण, करुणा और उनके जीवनकाल में लाखों लोगों के जीवन बचाने की उनकी भूमिका को रेखांकित करती है।

आईएमए 15 वरिष्ठ चिकित्सकों को करेगा सम्मानित

आईएमए सचिव व हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित मिश्रा बताया कि एक जुलाई को डॉक्टर्स-डे मौके पर वरिष्ठ चिकित्सकों को चिकित्सा रत्न से सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में मेयर डॉ. मनहलेश श्रीवास्तव और विधायक डॉ. असीम कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। बताया कि उत्तर प्रदेश नर्सिंग होम एसोसिएशन ने कैंसर रोग विसेशज्ञ डॉ. एके चतुर्वेदी और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. एससी कौशिक को चिकित्सा रत्न के लिए चयनित किया है।


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