Gorakhpur News: दिवाली से पहले रसोई गैस लेने के लिए OTP की अनिवार्यता, मुश्किल में हजारों उपभोक्ता

Gorakhpur News: जिन उपभोक्ताओं के फोन नंबर अपडेट नहीं हैं, उन्हें मोबाइल नंबर अपडेट कराने के लिए गैस एजेंसी से फोन आ रहे हैं। ताकि एलपीजी से संबंधित जानकारी एसएमएस आदि के जरिए मिलती रहे।

Update:2024-10-06 16:38 IST

Gorakhpur News (Pic- social media)

Gorakhpur News: रसोई गैस की कालाबाजारी रोकने और ग्राहक सेवा को बेहतर बनाने के लिए गैस कंपनियां अब उपभोक्ताओं के आधार प्रमाणीकरण के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर अपडेट करेंगी। रसोई गैस की डिलीवरी अब ऐसे नहीं मिलेगी, इसके लिए उन्हें ऑनलाइन एसएमएस के जरिए एजेंसी की ओर से जारी डिलीवरी कोड डिलीवरी ब्वॉय को बताना होगा। कोड मैच होने पर ही उपभोक्ताओं को रसोई गैस मिल सकेगी। दिवाली से पहले ओटीपी की अनिवार्यता ने गैस एजेंसियों पर भीड़ बढ़ा दी है।

दरअसल, जिसके नाम पर एलपीजी कनेक्शन है, उसके दस्तावेजों में घालमेल होता है। गैस वितरण में इन सब समस्याओं को देखते हुए गैस कंपनियों ने अब अपने उपभोक्ताओं के लिए आधार प्रमाणीकरण के साथ ही मोबाइल फोन नंबर को भी कनेक्शन नंबर से लिंक कराना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए उनकी केवाईसी कराई जा रही है। जिन उपभोक्ताओं के फोन नंबर अपडेट नहीं हैं, उन्हें मोबाइल नंबर अपडेट कराने के लिए गैस एजेंसी से फोन आ रहे हैं। ताकि एलपीजी से संबंधित जानकारी एसएमएस आदि के जरिए मिलती रहे। मोबाइल नंबर अपडेट होने के बाद जब उपभोक्ता एलपीजी एजेंसी में फोन कर बुकिंग कराएगा तो कंप्यूटर से उसके कनेक्शन की डिलीवरी स्लिप जारी हो जाएगी। उपभोक्ता को एसएमएस के जरिए डिलीवरी कोड प्राप्त होगा। इससे उपभोक्ता को पता चल जाएगा कि उसकी गैस बुक हो गई है और जल्द ही सिलेंडर की आपूर्ति हो जाएगी। इंडियन ऑयल के अधिकारियों का कहना है कि कंपनी की ओर से एलपीजी के लिए ओटीपी सिस्टम लागू किया गया है। इससे उपभोक्ताओं का सारा डाटा सही हो रहा है। साथ ही उपभोक्ताओं को सब्सिडी उनके खाते में आने में भी आसानी हो रही है।

ओटीपी से सिलेंडर लेने में छूट रहे पसीने

ओटीपी व्यवस्था लागू होने के बाद रसोई गैस के लिए उपभोक्ताओं को एजेंसी पर काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। इस भीषण गर्मी में उपभोक्ताओं को रसोई गैस के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। शहरी क्षेत्रों में तो स्थिति कुछ ठीक है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले दस दिनों से उपभोक्ताओं को बुकिंग के दौरान ओटीपी आने के बाद ही रसोई गैस मिल रही है। ऐसे में कई उपभोक्ताओं को मोबाइल बंद होने या पासबुक खो जाने की समस्या से जूझना पड़ रहा है। रसोई गैस उपभोक्ता विशंभर मौर्य ने बताया कि आधा खाना बनते-बनते गैस खत्म हो गई। जब वह सिलेंडर लेकर गैस एजेंसी गए तो बिना ओटीपी के रसोई गैस नहीं मिल रही थी। अगले दिन गैस बुक हुई लेकिन ओटीपी नहीं आया, इसलिए गैस नहीं मिल रही थी। ऐसे में एजेंसी के कंप्यूटर ऑपरेटर ने उनके कनेक्शन में मोबाइल नंबर अपडेट कर अगले दिन रसोई गैस के लिए फोन किया। एजेंसी मालिक पवन पांडेय का कहना है कि बिना ओटीपी के गैस नहीं मिल रही है। उपभोक्ताओं को गैस एजेंसी पर धूप में लाइन में खड़े होने को मजबूर होना पड़ रहा है।

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