Gorakhpur News: टेलर की दुकानों पर पहुंच रहे नेताजी, गर्मी और धूल के चलते नेताओं के खराब हो रहे कपड़े
Gorakhpur News: इस लोक सभा चुनाव में धूल और गर्मी के चलते नेताओं को दो से तीन बार कपड़ा बदलना पड़ रहा है। ऐसे में कुर्ता-पैजामा के स्पेशलिस्ट टेलरों की दुकानों पर नेताओं की आम दरफ्त बढ़ गई है।
Gorakhpur News: गर्मी और धूल भरी आंधी नेताजी का कपड़ा खराब हो रहा है। धूल और गर्मी के चलते नेताओं को ही नहीं संगठन से जुड़े पदाधिकारियों को भी दो से तीन बार कपड़ा बदलना पड़ रहा है। ऐसे में कुर्ता-पैजामा के स्पेशलिस्ट टेलरों की दुकानों पर नेताओं की आम दरफ्त बढ़ गई है।
गर्मी के चलते नेता खादी से लेकर लिनेन कॉटन के कुर्ते और पैंट को तरजीह दे रहे हैं। ज्यादेतर नेताओं ने प्रत्याशिता तय होने से पहले ही कई सेट कपड़ा सिलवा लिया था। लेकिन गर्मी और धूल भरी हवाओं के बीच डोर-टू-डोर जनसंपर्क में कपड़े गंदे हो रहे हैं। ऐसे में नेताओें को तीन से चार बार कपड़े बदलने पड़ रहे हैं। ऐसे में नेताओं को कपड़े को लेकर दिक्कत हो रही है। नेता ही नहीं संगठन से जुड़े प्रमुख पदाधिकारी भी नये कपड़ों के लिए टेलरों की दुकान पर जा रहे हैं। कुर्ता, पैजामा और पैंट के चुनिंदा स्पेशलिस्ट टेलर हैं, ऐसे में इन दुकानों पर भीड़ दिख रही है।
कुर्ता पैजामा के स्पेशलिस्ट परवेज ने बताया कि ‘चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के साथ ही संगठन से जुड़े पदाधिकारी नये सेट सिलाने पहुंच रहे हैं। सभी को एक से दो दिन में सिला कपड़ा चाहिए।’मांग को देखते हुए कुर्ते की सिलाई 700 रुपये और पैंट की सिलाई 600 रुपये पहुंच गई है।
गांधी आश्रम के खादी और लिनेन कॉटन कपड़ों की मांग
नेता ही नहीं, उनके समर्थक भी खादी और सूती कपड़ों को पसंद कर रहे हैं। ऐसे में बढ़ गई है। चुनाव को लेकर खादी आश्रम से लेकर लिनेन क्लब में सूती कपड़ों की नई रेंज आ गई है। खादी आश्रम के अभिमन्यु सिंह का कहना है कि बंगाल और बेंगलुरू से खादी कपड़ों की अच्छी रेंज मंगाई गई है। सिविल लाइंस में लिनेन क्लब प्रतिष्ठान के मैनेजर ने बताया कि सूती कपड़ों की रेंज 1400 से लेकर 7000 रुपये मीटर तक है। सर्वाधिक बिक्री 1400 से 2500 रुपये मीटर वाले सूती कपड़ों की है।