Gorakhpur News: रामगढ़झील के रिंग रोड की बाधा दूर, 100 करोड़ रुपये खर्च करेगा जीडीए, काश्तकारों को मुआवजा भी मिलेगा

Gorakhpur News: झील में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट से लेकर क्रूज का संचालन हो रहा है। अब झील का विहंगम दृश्य देखने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण झील के चारों तरफ रिंग रोड बना रहा है।

Update: 2024-07-09 14:28 GMT

रामगढ़झील के रिंग रोड की बाधा दूर, 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी जीडीए: Photo- Newstrack

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रामगढ़ताल सैलानियों का पसंदीदा स्थान बन गया है। झील में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट से लेकर क्रूज का संचालन हो रहा है। अब झील का विहंगम दृश्य देखने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण झील के चारों तरफ रिंग रोड बना रहा है। दो तरफ तो फोरलेन सड़क है ही, बचे हुए भाग में फोरलेन और टू-लेन सड़क बनेगी। इस कार्य पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण 100 करोड़ रुपये खर्च करेगा।

रामगढ़झील के एक छोर पर स्थित पैडलेगंज से मोहद्दीपुर तक बनने वाला रिंग रोड टू लेन नहीं फोरलेन बनाया जाएगा। शासन स्तर पर इसकी सहमति मिलने के बाद जीडीए फोरलेन का प्रस्ताव तैयार करने में जुट गया है। फोरलेन सड़क पर रामगढ़ताल की तरफ चौड़ा फुटपाथ बनाने के साथ रेलिंग लगाया जाएगा। इसके साथ ही नौकायन रोड की तरह ही लाइट एवं पेड़ लगाकर सुंदरीकरण किया जाएगा। जीडीए ने इसके लिए 68 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया है।

हालांकि कुनराघाट से सहारा स्टेट की तरफ का रिंग रोड टू लेन ही बनेगा। 33 करोड़ रुपये से टू लेन सड़क का निर्माण कराया जाएगा। दोनों परियोजनाओं को मिलाकर 100 करोड़ लागत होने पर उससे शासन स्तर पर हुई वित्त समिति की बैठक में रखा गया था। वहीं रामगढ़ताल के कुनराघाट से सहारा इस्टेट तक चार किलोमीटर लंबा रिंग रोड बनना है। यह रिंग रोड 12 मीटर चौड़ा टू लेन ही बनेगा। इस करीब 33 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने बताया कि शासन की वित्त समिति की बैठक में पैडलेगंज से मोहद्दीपुर रिंग रोड को फोरलेन बनाने की सहमति बनी है। यह करीब 68 करोड़ की लागत से निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ कुनराघाट से सहारा इस्टेट तक रिंग रोड टू लेन ही बनेगा। इसपर 33 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।


काश्तकारों को दिया जाएगा मुआवजा

रिंग रोड के निर्माण का शुरूआत काश्तकारों के विरोध के चलते शुरू नहीं हो पा रहा था। वह जमीन का मुआवजा मांग रहे थे। शासन स्तर पर हुई बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई। जिसमें दस्तावेज दिखाने और उसकी जांच के बाद काश्तकारों को मुआवजा देने पर सहमति बनी है। परियोजना के तहत ताल किनारे डेढ़ मीटर का फुटपाथ बना रेलिंग लगाई जाएगी।

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