गोरखपुर यूनिर्विटी के छात्र बने जल रक्षक, लिया जल बचाने का संकल्प
Gorakhpur: प्रख्यात पर्यावरणविद् डॉ सिराज वजीह ने मंगलवार को यूथ पॉवर एसोसिएशन और समाजशास्त्र विभाग तथा कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में छात्र- छात्राओं को जल के महत्व और बचाव को लेकर टिप्स दिया।
Gorakhpur News: प्रख्यात पर्यावरणविद् डॉ सिराज वजीह ने मंगलवार को यूथ पॉवर एसोसिएशन और समाजशास्त्र विभाग तथा कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में आयोजित एक दिवसीय जल रक्षक कार्यशाला में उपस्थित छात्र छात्राओं को जल की महत्व और बचाव को लेकर टिप्स दिया। डॉ.वजीह ने कहा कि भूगर्भ जल का स्तर दिन प्रतिदिन नीचे गिरता चला जा रहा है। यह बहुत चिंताजनक विषय है। इसके लिए हम को समग्र रूप से जल संरक्षण के लिए कार्य करना पड़ेगा, नहीं तो भविष्य में गंभीर जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। जल संरक्षण के लिए हम को युवाओं को प्रशिक्षित करना होगा और इसके लिए युवा पीढ़ी को खुद आगे आना होगा।
डॉ.सिराज वजीह ने कहा कि युवाओं के अंदर जोश, उमंग और उत्साह होता है और जब युवा हमारा जल संरक्षण के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करना शुरू कर देगा तो फिर जल संकट का आने वाला यह भयावह खतरा अपने आप समाप्त हो जाएगा। इस दौरान यूनिवर्सिटी के छात्र सुधीर चौहान, दिव्यांश चौधरी, सुभांगी सिन्हा, राहुल देव, वीरेंद्र त्रिपाठी, बलवंत यादव, वंशिका सिंह, अंतरा मौर्या, दीपलाल चौधरी, पायल सिंह जलरक्षक बने।
स्वागत भाषण व विषय प्रवर्तन करते हुए कृषि एवं प्राकृतिक विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. शरद मिश्रा ने कहा कि पृथ्वी का 71 फीसदी भाग जल से घिरा हुआ है। जिसमें से केवल 1.6 फीसदी जल ही मानव के प्रयोग करने लायक है। पृथ्वी के सभी जीवित प्राणियों के लिए पानी बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे बचाना और संरक्षित करना हम सभी का कर्तव्य है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही कला संकाय की अधिष्ठाता प्रो. कीर्ति पाण्डेय ने जल संरक्षण के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे जल रक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि जल संरक्षण के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं ही एक जिम्मेदार जल रक्षक बनना होगा।
दैनिक जीवन में जल के बचत की डालें आदत
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रसिद्ध समाजसेवी नितिन मातेनहेलिया ने कहा कि हम अपनी दैनिक जीवन मे अगर छोटी छोटी सुधार कर दें तो जल संरक्षण की मुहिम हम स्वयं के घर से शुरू कर सकते है। जैसे ब्रश करते समय टोटी बंद रखना, शॉवर के जगह बाल्टी और जग से स्नान करना, बेवजह पानी की बर्बादी न करना इत्यादि ऐसे कई उपाय है, जो हम अपने घर से शुरू करके जल संरक्षण के इस मुहिम में अपना योगदान दे सकते हैं।