Gorakhpur News: एनक्वास सर्टिफाइड हुए गोरखपुर के तीन आयुष्मान आरोग्य मंदिर, इन्हें मिलेगा 1.26 लाख रुपये का पुरस्कार
Gorakhpur News: जिले के तीन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (एनक्वास) प्रमाणन हुआ है। इन्हें 1.26 लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी ।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के तीन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (एनक्वास) प्रमाणन हुआ है। इसमें आकांक्षी ब्लॉक ब्रह्मपुर का राजधानी और राघो पट्टी व खोराबार का लहसड़ी आयुष्मान आरोग्य मंदिर शामिल है। इन्हें 1.26 लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी, जिसे यह मरीजों की सुविधाओं के लिए व्यवस्था सुदृढ़ीकरण और कर्मचारियों के प्रोत्साहन व पुरस्कार के लिए खर्च कर सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जनपद में अब एनक्वास सर्टिफाइड आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की संख्या पांच हो गयी है। हाल ही में पिपरौली ब्लॉक का कालेसर आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी प्रमाणित हुआ है । इससे पहले भटहट ब्लॉक का जैनपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी एनक्वास सर्टिफाइड हो चुका है। डॉ. दूबे ने बताया कि इस समय जिले में 460 सक्रिय आयुष्मान आरोग्य मंदिर समुदाय को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रहे हैं। वहां बीमारियों की स्क्रीनिंग, टेलीकंसल्टेशन से चिकित्सकों से परामर्श और दवा उपलब्ध कराना, मातृ शिशु स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करना, गैर संचारी बीमारियों की स्क्रीनिंग और संचारी रोगों की रोकथाम के कार्य किये जा रहे हैं। कुछ केंद्रों पर संस्थागत प्रसव भी होते हैं। जनसमुदाय को स्वास्थ्य देने में इन केंद्रों की अहम भूमिका है और इनका एनक्वास प्रमाणीकरण गुणवत्तापूर्ण सेवा की गारंटी है।
सीएमओ ने बताया कि इस प्रमाण पत्र को हासिल करने में वहां के स्थानीय ग्राम प्रधान, सीएचओ, एएनएम, आशा, अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, नोडल अधिकारी डॉ एके चौधरी और जिला व ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई और जिला व मंडलीय क्वालिटी टीम एवं कंसल्टेंट ने प्रमुख भूमिका निभाई है। क्वालिटी कार्यक्रम के प्रमुख सहयोगी विजय श्रीवास्तव का भी सबसे अहम योगदान रहा है। जिले में क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट का पद खाली है और इन विपरीत परिस्थितियों में भी इन इकाइयों का सहयोग कर उन्हें प्रमाणन दिलवाने में उन्होंने भरपूर मदद की।
एनएचआरसी के पत्र से मिली जानकारी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र (एनएचआरसी) के कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल प्रोफेसर अतुल कोटवाल की तरफ से जारी पत्र में एनक्वास सर्टिफिकेशन की जानकारी दी गयी है। पत्र के मुताबिक ब्रह्मपुर ब्लॉक के राजधानी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 87.3 फीसदी, जबकि राघो पट्टी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 86.79 फीसदी अंक मिले हैं। इन दोनों का राष्ट्रीय स्तर का मूल्यांकन इसी साल मई में हुआ था। खोराबार ब्लॉक के लहसड़ी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 83 फीसदी अंकों के साथ सशर्त प्रमाणन मिला है। इसका मूल्यांकन फरवरी 2024 में हुआ था। इन केंद्रों को जो पुरस्कार मिलेंगे उनकी 75 फीसदी रकम अस्पताल में गुणात्मक सेवा देने के उपायों पर खर्च करनी है, जबकि 25 फीसदी की धनराशि कर्मचारियों के प्रोत्साहन व पुरस्कार में खर्च करने का प्रावधान है।
इन सात सेवाओं का हुआ मूल्यांकन
गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान देखभाल, नवजात और शिशु स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, बाल और किशोर स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक सेवाएं एवं अन्य प्रजनन देखभाल सेवाएं, संचारी रोगों का प्रबंधन (राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम), सामान्य संक्रामक रोगों का प्रबन्धन और तीव्र साधारण बीमारियों और छोटी बीमारियों के लिए सामान्य बाह्य रोगी देखभाल, गैर संचारी रोगों और टीबी व कुष्ठ रोग जैसी दीर्घकालिक संचारी बीमारियों की जांच, रोकथाम, प्रबन्धन और नियंत्रण