Gorakhpur: रोडवेज बस की स्टेयरिंग फेल, 50 यात्रियों की बची जान, हाइवे पर लगा जाम

Gorakhpur News: गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर सिद्धार्थनगर डिपो की बस की स्टेयरिंग फेल हो गई। ड्राइवर की सर्तकता से किसी तरह 50 से अधिक यात्रियों की जान बची।

Update: 2023-12-14 16:23 GMT

Gorakhpur News (Pic:Newstrack)

Gorakhpur News: परिवहन निगम की खटारा बसों से यात्रियों की जान जोखिम में पड़ रही है। बारिश में यात्रियों को छाता लेकर टपकते पानी से बचाव करना पड़ता है। तो ठंड में टूटी खिड़कियों से सर्द हवाओं से यात्री परेशान हो रहे हैं। शुक्रवार को गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर सिद्धार्थनगर डिपो की बस की स्टेयरिंग फेल हो गई। ड्राइवर की सर्तकता से किसी तरह 50 से अधिक यात्रियों की जान बची। अब परिवहन विभाग की खटारा बसों को लेकर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं।

बुरी तरह प्रभावित हुआ आगमन

गोरखपुर-सोनौली राजमार्ग के कैम्पियरगंज में हाइवे पर फ्लाईओवर के सर्विस लेन पर सिद्धार्थनगर डिपों के परिवहन निगम की बस की स्टेयरिंग अचानक फेल हो गई। ड्राईवर ने सर्तकता दिखाते हुए बस को दाहिने बगल आरसीसी नाले व डिवाइडर से टकराकर किसी तरह रोका। जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। बस के खराब होने से करीब 7 घंटे तक गाड़ियों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित रही। सात घंटे बाद बस सड़क से हटी तब जाकर आवागमन सामान्य हुआ।

सड़कों पर दौड़ रहीं उम्र पूरी कर चुकी बसें  

गोरखपुर क्षेत्र में 100 से अधिक ऐसी बसें हैं जो अपनी उम्र पूरी कर चुकी है। ये बसें दस लाख किमी से अधिक का सफर कर चुकी हैं। फिर भी यह यात्रियों को ढो रही हैं, जिससे यात्रियों की जान जोखिम में तो है ही, साथ ही आए दिन खराब होकर बीच सफर में ही इनके इंजन दम तोड़ देते हैं। लिहाजा इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। बस्ती रोडवेज डिपो की 31 बसें अपनी आयुसीमा पूरी कर चुकी हैं। परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार कोई भी बस दस लाख किमी की यात्रा करने के बाद नीलामी की शर्तें पूरी कर लेती है। वहीं दस साल की आयुसीमा पूरी करने के बाद वह ऑनरोड लायक नहीं रह जाती है। ऐसी बसों को नीलाम करने का प्रावधान है। ताकि नई बसों का परिवहन निगम इंतजाम करे और डिपो को उपलब्ध कराई जा सके।

Tags:    

Similar News