Gorakhpur News: अब होली नहीं शादियों में अधिक हो रही शराब की बिक्री, ये आंकड़े चौंकाने वाले
Gorakhpur News: शराब कारोबारी बताते हैं कि पहले शराब की बिक्री होली और न्यू ईयर में ही अधिक होती थी। अब साल में प्रत्येक महत्वपूर्ण मौकों पर बिक्री सामान्य से तीन गुना तक बढ़ जाती है।;
Gorakhpur News: होली में आपको हर तीसरा-चौथा व्यक्ति शराब के नशे में दिखता है। ऐसे में लगता है कि आबकारी विभाग सर्वाधिक शराब होली में ही बेचता है। लेकिन आकड़े दूसरी तस्वीर बयां कर रहे हैं। अब नये साल के जश्न के साथ शादियों की मस्ती में शराब की खूब खपत हो रही है। खरमास के बाद शादियों का सीजन शुरू होने के बाद शराब की दुकानों पर चहल-पहल बढ़ गई है।
वर्ष 2024 में होली मार्च महीने में थी। होली के त्योहार को देखते हुए मार्च महीने में गोरखपुर में 116 करोड़ रुपये की शराब बिकी थी। वहीं लगन, क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेसन वाले दिसम्बर में 118 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हो गई। वर्ष 2023 में आबकारी विभाग को मार्च महीने में 154 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। इसमें 48 करोड़ रुपये लाइसेंस शुल्क से मिला था तो शेष शराब की बिक्री से। वहीं दिसम्बर, 2023 में 112 करोड़ रुपये कीमत की शराब की बिक्री हुई। शराब मूल्य के हिसाब से देखें तो पिछले आठ वर्षों में शराब की बिक्री में पांच गुना तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। 2016 में गोरखपुर में जहां 300 करोड़ रुपये की शराब बिक्री हुई, वहीं वर्ष 2023-24 में 1400 करोड़ से अधिक की शराब बिकी। जिला आबकारी अधिकारी महेन्द्र सिंह का कहना है कि चालू वर्ष में शराब बिक्री का लक्ष्य 1600 करोड़ रुपये है। जिसे आसानी से पूरा कर लिया जाएगा। शादी को लेकर महंगे ब्रांड मंगा रहे हैं।
फोरलेन पर खुल रहे मैरेज हाल
शराब कारोबारी बताते हैं कि पहले शराब की बिक्री होली और न्यू ईयर में ही अधिक होती थी। अब साल में प्रत्येक महत्वपूर्ण मौकों पर बिक्री सामान्य से तीन गुना तक बढ़ जाती है। मैरेज हाल संचालक संजय श्रीवास्तव बताते हैं कि अब शादियों में अस्थाई बार का लाइसेंस लेकर लोग मस्ती कर रहे हैं। बिहार की तमाम मैरेज पार्टियां तो शराब का शौक पूरा करने के लिए ही गोरखपुर को वेडिंग डेस्टिनेशन बना चुकी हैं। महराजगंज, देवरिया और कुशीनगर फोरलेन पर पिछले छह वर्षों में 100 से अधिक मैरेज हाल और रिसॉर्ट खुल चुके हैं।