Gorakhpur News: प्रेमी के साथ पकड़ी गई महिला पुलिस से बोली, अब तो बदनाम हो गई, थाने में करा दीजिये शादी
Gorakhpur News: खजनी इलाके के एक गांव की रहने वाली युवती कस्बे में ही बच्चों को कोचिंग पढ़ाती है। वह अपने एक मित्र के साथ कस्बे की ही एक दुकान में बैठकर कॉफी पी रही थी। तभी वहां पर उसके गांव के कुछ युवक पहुंच गए और तरह-तरह का आरोप लगाते हुए, उसके परिजनों और पुलिस को सूचना दे दी।
Gorakhpur News:उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में खजनी क्षेत्र में प्रेस प्रसंग का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां प्रेमी संग रेस्टोरेंट में काफी पी रही महिला को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। महिला ने प्रेमी को पहले दोस्त बताया लेकिन जब मामला थाने तक पहुंच गया तो बोली, अब तो बदनाम हो गई। मुझसे कौन शादी करेगा। थाने में ही प्रेमी संग साथ फेरे दिला दीजिये। करीब चार घंटे की पंचायत के बाद उसे परिजनों के साथ घर भेजा गया और दोनों परिवार को रजामंदी से शादी करने की सलाह दी गई।
खजनी इलाके के एक गांव की रहने वाली युवती कस्बे में ही बच्चों को कोचिंग पढ़ाती है। वह अपने एक मित्र के साथ कस्बे की ही एक दुकान में बैठकर कॉफी पी रही थी। तभी वहां पर उसके गांव के कुछ युवक पहुंच गए और तरह-तरह का आरोप लगाते हुए, उसके परिजनों और पुलिस को सूचना दे दी। हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंचती, इसके पहले ही गांव के युवक दोनों को लेकर थाने पहुंच गए। युवती ने पहले तो थाने आने के बाद युवक को अपना दोस्त बताया लेकिन कई लोगों के एकत्र होने के बाद वह खुद के बदनामी का हवाला देते हुए शादी करने की बात पर अड़ गई थी। युवक भी उससे शादी करने को राजी हो गया था, लेकिन घरवालों के इनकार की वजह से अभी समय दिया गया है।पुलिस के सामने युवती ने दलील दी कि अब तो वह बदनाम हो गई, इसलिए उसके दोस्त से ही उसकी शादी करवा दी जाए। चार घंटे की पंचायत के बाद उसे समझाया जा सका। वहीं, थाने लेकर आए युवक मौका पाकर फरार हो गए।
चार घंटे तक थाने में शादी की जिद पर अड़ी युवती
युवती बदनामी की बात कहते हुए शादी की जिद पर अड़ी थी। उसके परिजनों को पुलिस ने बहुत समझाया लेकिन युवती तैयार नहीं हो रही थी। वह तत्काल ही शादी पर अड़ी थी। बाद में पुलिस ने उसे छठ का हवाला देकर थाने से वापस भेजा। बताया गया कि छठ के बाद वह दोनों परिवारों से खुद संपर्क करेंगे और पुलिस की मौजूदगी में दोनों की शादी करवा दी जाएगी। इसके बाद भी युवती अपने इज्जत की दुहाई देती रही और बाद में शाम होने पर परिजनों के आने पर ही थाने से इस शर्त के साथ जाने को तैयार हुई कि पुलिस छठ के बाद खुद पहल करेगी और दोनों पक्ष के परिजनों को बुलाकर दोनों की शादी करवा दी जाएगी।