World Street Children Day: मासूमों को मुक्त करा संवार रहे जिंदगी, भीख मांगने वाला अब कम्प्यूटर ऑपरेटर

World Street Children Day: मलिन बस्तियों और शहर के गली मोहल्लों में रहने वाले स्ट्रीट चिल्ड्रेन के लिए ‘गली बड्डी 2024’ कार्यक्रम जीवन की दशा और दिशा बदलने वाला एक मजबूत प्रयास साबित होगा

Update: 2024-04-12 04:45 GMT

स्ट्रीट चिल्ड्रेन प्रतीकात्मक फोटो (सोशल मीडिया)

World Street Children Day: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रेलवे स्टेशन के पास मलिन बस्ती में अपनी मां के साथ रह रहा विजेंद्र नशे की चंगुल में था। इस बच्चे पर सेफ सोसायटी के वैभव शर्मा की नजर पड़ी। उसकी जिंदगी संवारने के लिए प्रयास हुए। नतीजा है कि विजेन्द्र वर्तमान में नोएडा में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है। इसी तरह कुछ वर्ष पूर्व सड़क पर दो बहनों को भीख मांगते हुए देखा गया। इसमें से एक खुशी पढ़ रही है।

मानव सेवा संस्थान के निदेशक राजेश मणि स्लम के बच्चों के लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं है। उनके पास ऐसे बच्चों की लंबी श्रृंखला है जो कभी भीख मांगते थे। नशा करते थे। लेकिन आज उनकी जिंदगी पटरी पर है। राजेश बताते हें कि भिक्षावृत्ति और होटलों में काम कराने के लिए कुछ वर्ष पूर्व मलिन बस्तियों के 40 बच्चों को बहला फुसलाकर काठमांडू भेजा गया था। जानकारी होने पर पुलिस से संपर्क कर उन बच्चों को छुड़ाया। ये बच्चे आज पढ़ रहे हैं। तीन हजार बेटियों को तस्करों, आर्केस्ट्रा संचालकों से मुक्त कराया जा चुका है। राजेश बताते हैं कि दिल्ली में मल्टीनेशनल कंपनी में ऊंचे पद पर कार्यरत दिनेश कभी बस्ती रेलवे स्टेशन पर कूड़ा बीनने के अलावा गुटखा, पेपर, पानी बेचकर अपना गुजर-बसर करता था। आज उसकी जिंदगी बदल चुकी है। इंडो- नेपाल बॉर्डर पर सक्रिय राजेश सीमावर्ती गांवों के बच्चों को न सिर्फ पढ़ाई की मुख्य धारा से जोड़ रहे हैं बल्कि उन्हें नशे और नशीली दवाओं के खिलाफ जागरूक भी करते हैं।

गली बड्डी 2024 के माध्यम से स्ट्रीट चिल्ड्रेन के जीवन में आएगा बदलाव

मलिन बस्तियों और शहर के गली मोहल्लों में रहने वाले स्ट्रीट चिल्ड्रेन के लिए ‘गली बड्डी 2024’ कार्यक्रम जीवन की दशा और दिशा बदलने वाला एक मजबूत प्रयास साबित होगा। इसके तहत स्ट्रीट चिल्ड्रेन डे पर 12 अप्रैल को सैय्यद मोदी रेलवे स्टेडियम में खेल प्रतियोगिया प्रदर्शनी का आयोजन सेफ सोसाइटी संस्था द्वारा किया जा रहा है। इसमें बेसिक शिक्षा विभाग, अजीज प्रेम जी फाउंडेशन और कंसोर्टियम फॉर स्ट्रीट चिल्ड्रेन विशेष तौर पर सहयोग कर रहे हैं। सेफ सोसाइटी संस्था के निदेशक वैभव शर्मा ने बताया कि बारह से सोलह वर्ष आयु वर्ग में यह प्रतिस्पर्धा लड़के और लड़कियों दोनों के बीच कराई जा रही है। जिसमें गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर समेत आसपास के कई जिलों से दो सौ से अधिक बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। पूरे दिन फुटबाल, दौड़, खो खो और कबड्डी की प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। 

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