यूपी स्थापना दिवस को आम आदमी का उत्सव बनाने की आवश्यकता : राज्यपाल

उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस को आम आदमी का उत्सव बनाने की आवश्यकता है। सार्वजनिक क्षेत्र में कार्य करने के लिये सम्मान पाना अपने आप में विशेषता है। अपने प्रदेश में सम्मान मिलना अपने आप में संतोष देने वाली बात है। अपने घर में सम्मान को पहचान मिलती है तो उस सम्मान की अपनी विशेषता होती है।

Update: 2019-04-04 14:57 GMT

लखनऊः उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस को आम आदमी का उत्सव बनाने की आवश्यकता है। सार्वजनिक क्षेत्र में कार्य करने के लिये सम्मान पाना अपने आप में विशेषता है। अपने प्रदेश में सम्मान मिलना अपने आप में संतोष देने वाली बात है। अपने घर में सम्मान को पहचान मिलती है तो उस सम्मान की अपनी विशेषता होती है। आपने अपने प्रदेश के लिये कुछ किया इसलिये आपको यह सम्मान मिला। उन्होंने कहा कि सम्मान प्राप्त करने वाले सम्मानमूर्ति आगे भी नये कीर्तिमान स्थापित कर प्रदेश का नाम रोशन करें।

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प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने संस्था ‘रंगभारती’ एवं ‘उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद’ द्वारा राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना (न्याय), श्रीमती रूकैया परवीन (महिला सशक्तीकरण), श्र विष्णुकांत मिश्र (समाज सेवा), शकील अहमद खान (खेल), सैयद रफत (खेल), प्रशांत कुमार मिश्र (प्रशासनिक सेवा), श्विलास मणि त्रिपाठी (पुलिस सेवा), श्रीमती रंजना दीवान (गायन), डाॅ0 श्यामलेश तिवारी (संस्कृत भाषा), सुश्री इस्मा जहीर (साम्प्रदायिक सद्भाव), राज बिसारिया (कला), भूपेश लिटिल (छायांकन), प्रेमचंद होम्बल (नृत्य), सुधीर सोलोमन (कृषि), डाॅ0 सुनील प्रधान (चिकित्सा),श्रीमती श्रुति सुडोलीकर काटकर (शास्त्रीय गायन), प्रेमबिहारी वर्मा (पत्रकारिता), उत्तम चटर्जी (संगीत), रणजीत सिंह (पर्यावरण), किशन सेठ (छायांकन), डाॅ0 शिव शंकर त्रिपाठी (आयुर्वेद चिकित्सा), किशोर चतुर्वेदी (गायन), प्रज्ञेश कुमार सिंह (कला) एवं आसिफ जमां रिजवी (शिक्षा), डाॅ0 राजीव लोचन (चिकित्सा) को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

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उल्लेखनीय है कि संस्था ‘रंगभारती’ एवं ‘उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद’ द्वारा उत्तर प्रदेश की स्थापना की 69वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या 23 जनवरी, 2019 को आयोजित कार्यक्रम में अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये महानुभावों का सम्मान किया जाना था परन्तु राष्ट्रपति के उत्तर प्रदेश भ्रमण कार्यक्रम में सम्मिलित होने के कारण राज्यपाल सम्मान समारोह में उपस्थित नहीं हो सके थे। सम्मान प्राप्त महानुभावों को सम्मानित करने के लिये संस्था की ओर से राजभवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

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राज्यपाल ने कहा कि ‘मैं तो पोस्टमैन हूँ। जो भी निवेदन आता है, मैं आवश्यकतानुसार उसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, संबंधित मंत्री या अधिकारी को भेजता हूँ। वरिष्ठ पत्रकार श्री श्याम कुमार जी ने उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस आयोजन की चर्चा की, मुझे सुझाव अच्छा लगा। मैंने इस संबंध में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र भेजा। किन्हीं कारणों से सुझाव पर अमल नहीं हो सका।

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बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरे सुझाव को स्वीकार किया और उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का शानदार कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसका उद्घाटन उप राष्ट्रपति एम0 वेंकैया नायडु द्वारा किया गया। मुझे संतोष है कि उत्तर प्रदेश स्थापना के 68 वर्ष बाद ही सही परन्तु स्थापना दिवस का आयोजन प्रारम्भ हुआ। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया करता हूँ।’

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राज्यपाल ने सभी महानुभावों से लोकतंत्र के महापर्व यानि चुनाव में मतदान का आह्वान किया। मतदाता की भागीदारी से ही चुनाव सम्पन्न होते हैं। लोकसभा चुनाव घोषित हो चुके हैं, ऐसे समय में मतदान करना सर्वश्रेष्ठ दान है। मतदान सबसे बड़ा राष्ट्रधर्म है।

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