Gyanvapi Survey Update: ज्ञानवापी में ASI के सर्वे पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, मुस्लिम पक्ष को HC जाने का आदेश

Gyanvapi Survey Live Update: ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी को तत्काल बड़ी राहत मिली है। अदालत ने परिसर के अंदर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के निगरानी में चल रहे सर्वे कार्य पर रोक लगा दी है।

Update: 2023-07-24 02:16 GMT
Gyanvapi Survey Live Update(photo: social media )

Gyanvapi Survey Live Update: ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी को तत्काल बड़ी राहत मिली है। अदालत ने परिसर के अंदर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के निगरानी में चल रहे सर्वे कार्य पर रोक लगा दी है। ये रोक परसों यानी बुधवार 26 जुलाई के शाम तक जारी रहेगी। शीर्ष अदालत ने इस अवधि में मुस्लिम पक्ष को हाईकोर्ट जाने का आदेश दिया है।

मुस्लिम पक्ष की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल (एसजी) और यूपी सरकार के वकील भी मौजूद रहे। मुस्लिम पक्ष ने ज्ञानवापी परिसर में एएसआई के सर्वे पर रोक लगाने की मांग की। इस पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने यूपी सरकार से जवाब मांगा। इस पर सरकार ने कहा कि किसी तरह की खुदाई नहीं होगी। परिसर में केवल मैपिंग और वीडियो रिकार्डिंग चल रही है। सरकार ने कहा कि एक हफ्ते तक किसी भी तरह की खुदाई नहीं होगी।

सीजेआई चंद्रचूड़ ने इस पर कहा कि यूपी सरकार ने कोर्ट को बताया है कि किसी भी तरह की खुदाई नहीं होगी। केवल रडार, मेजरमेंट और फोटोग्राफी की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम इसे रिकॉर्ड पर लेते हैं। साथ ही कोर्ट ने कहा कि एक हफ्ते में मुस्लिम पक्ष वाराणसी जिला जज के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट में ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वे के खिलाफ दाखिल इस याचिका की सुनवाई तीन जजों की पीठ कर रही थी। जिसमें मुख्य न्यायाधीश के अलावा जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस जेबी पारदीवाला शामिल थे।

ज्ञानवापी में रूका सर्वे का काम

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने वाराणसी जिला कोर्ट के आदेश पर सोमवार सुबह को ज्ञानवापी परिसर के वैज्ञानिक सर्वे का काम शुरू किया था। मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में इससे जुड़ी याचिका की आज सुनवाई होने का हवाला देते हुए इसका बहिष्कार किया था। वहीं, हिंदू पक्ष ने सर्वे में सहयोग देने की बात कही थी। अब शीर्ष अदालत के आदेश के बाद सर्वे का काम रोक दिया गया है

ज्ञानवापी मामले में आज क्या-क्या हुआ

बता दें कि वाराणसी कोर्ट के आदेश के बाद आज यानी सोमवार 24 जुलाई से ज्ञानवापी परिसर का एएसआई सर्वे करने पहुंची थी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की आज सुबह पहुंची और सात बजे अपना काम शुरू कर दिया था। टीम पत्थर के टुकड़े, दीवार, नींव और दीवारों की कलाकृतियां, मिट्टी और उसका रंग और अवशेष की प्राचीनता के तथ्यों को जुटा रही थी। वाराणसी जिला कोर्ट के आदेश के अनुसार, ASI को 4 अगस्त तक अपनी सर्वे रिपोर्ट अदालत को सौंपनी है। इसी बीच मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया और एएसआई सर्वे पर रोक लगाने की मांग कर दी।

मुस्लिम पक्ष की मांग पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने पहले मुस्लिम पक्ष को स्टे देने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट में एएसआई ने भरोसा दिलाया है कि एक हफ्ते तक ज्ञानवापी में कोई खुदाई नहीं की जाएगी। लेकिन, ज्ञानवापी में एएसआई का सर्वे जारी रहेगा। इसके कुछ देर बाद सुप्रीम कोर्ट ने एएसआई सर्वे पर भी रोक लगा दी।

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वहां पर खुदाई नहीं कि गई है, वहां पर अभी तक फोटोग्राफी, रडार इमेजिंग और मैपिंग की जा रही है। सॉलिसिटर जनरल ने कहा मुस्लिम पक्ष को हाईकोर्ट में फैसले को चुनौती देने के लिए जाना चहिए। मुस्लिम पक्ष ने हाई कोर्ट में सुनवाई तक निचली अदालत एक आदेश पर रोक लगाने की मांग की है।

सर्वे पर रोक लगवाने SC पहुंचा था मुस्लिम पक्ष

ज्ञानवापी अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी ने मामले को सुप्रीम कोर्ट के सामने रूख किया। मस्जिद कमेटी ने मस्जिद परिसर के ASI सर्वे पर रोक लगाने की मांग की। शुक्रवार को पूरे परिसर के सर्वे का आदेश दिया गया। सर्वे सुबह 7 बजे से शुरु हो गया है। मुस्लिम पक्ष ने कहा कि हमको निचली अदालत के आदेश को चुनौती देने का मौका नहीं मिला क्योंकि आदेश शुक्रवार को शाम 4 बजे आया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा आपको सबसे पहले हाई कोर्ट जाकर वहां पर मामले को रखना चाहिए। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट आज ही सुनवाई करने के लिए तैयार हो गया।

दीवारों पर बने शंख चक्र गदा और गुंबद का लिया सैंपल

2 घंटे एएसआई सर्वे के दौरान टीम के द्वारा पश्चिमी दीवार के पास से मिट्टी निकाली गई है। सर्वे की लगातार वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करवायी जा रही है। साइंटिफिक विधि से एएसआई की टीम सर्वे कर रही है। ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान लाइट की दिक्कत आ रही है। तहखाने में अंधेरा है। तहखाने में इमरजेंसी लाइट जलाकर सर्वे किया जा रहा है। दीवारों पर बने शंख, चक्र, गदा और गुंबद का सैंपल लिया गया है।

एएसआई की टीम में 43 सदस्य

वाराणसी पहुंची एएसआई की टीम में कुल 43 सदस्य शामिल थे। एएसआई की टीम के साथ चार वकील भी मौजूद रहे। सभी पक्षों के वकील ज्ञानवापी परिसर में मौजूद थे। इसके अलावा चार वादी महिलाएं भी सर्वे टीम के साथ ज्ञानवापी में मौजूद थी। रविवार रात ही ये दिल्ली, पटना और आगरा से वाराणसी पहुंच गए थे। वाराणसी पहुंचते ही इनकी सबसे पहले डीएम, कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर और काशी विश्वनाथ मंदिर के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। जिसमें सुबह सर्वे का काम शुरू करने का फैसला हुआ। सर्वे के दौरान एएसआई के अधिकारी ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार, उत्खनन के साथ ही कार्बन डेटिंग विधि का इस्तेमाल करेंगे।

मुस्लिम पक्ष से अधिवक्ता मुमताज अहमद और रइस अहमद ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार आगे का कदम उठाएंगे। मुस्लिम पक्ष फिलहाल सर्वे में शामिल नहीं हुआ है।

मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का किया बहिष्कार

ज्ञानवापी मामले में मुस्लिम पक्ष यानी अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमिटी ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा शुरू किए गए इस सर्वे का विरोध किया। पुलिस अधिकारियों ने कल यानी रविवार को दोनों पक्षों के वकील को बुलाया था। इस दौरान हिंदू पक्ष ने तो सर्वे में सहयोग की बात कही। लेकिन मुस्लिम पक्ष ने साफ कह दिया कि सोमवार को होने वाले सर्वे में वे शामिल नहीं होंगे और उसका बहिष्कार करेंगे। मुस्लिम पक्ष के वकील ने अपने इस विरोध के पक्ष में दलील देते हुए कहा कि सोमवार को जिला जज के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।

ज्ञानवापी परिसर के सर्वे को देखते हुए सोमवार को पूरे शहर को हाई अलर्ट पर रखा है। संवेदनशील जगहों पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। इसके अलावा मंदिर के आसपास कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

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