कोरोना विक्ट्री: इस जिले ने पेश की मिसाल, 85 फीसदी कोरोना पॉजिटिव की रिकवरी

कुल 69 मरीजों में अब तक 58 मरीज बांदा मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। 10 मरीजों की निगरानी की जा रही है। रिकवरी रेट 85 प्रतिशत है। अलग-अलग 29 कंटेनमेंट जोन भी बनाए गए हैं।

Update:2020-06-24 17:18 IST

हमीरपुर:उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जनपद में कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले 69 मरीजों में से अब तक बांदा मेडिकल कॉलेज से 58 को डिस्चार्ज किया चुका है। रिकवरी रेट 85 फीसदी से अधिक है। अभी भी 10 मरीजों की निगरानी की जा रही है। अच्छी बात यह है कि जो भी पॉजिटिव मरीज मिले हैं, उनमें किसी में कोई लक्षण नहीं था। उधर, कोरोना पॉजिटिव मरीजों को डिस्चार्ज करने की पॉलिसी में भी बदलाव हुआ है।

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10 मरीजों की निगरानी की जा रही

जनपद के सातों ब्लाकों में इस वक्त कोरोना पॉजिटिव केस निकल चुके हैं। कुरारा ब्लाक में 8, सुमेरपुर में 5, मौदहा में 4, सरीला में 9, गोहाण्ड में 21, राठ (नौरंगा) में 20 और मुस्करा ब्लाक में एक पॉजिटिव केस मिला है। कुल 69 मरीजों में अब तक 58 मरीज बांदा मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। 10 मरीजों की निगरानी की जा रही है। रिकवरी रेट 85 प्रतिशत है। अलग-अलग 29 कंटेनमेंट जोन भी बनाए गए हैं। जहां लोगों की निगरानी के साथ ही पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वालों के सैंपल लिए गए हैं।

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कोरोना से रिकवरी रेट अच्छा

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान ने बताया कि कोरोना से रिकवरी रेट अच्छा है। अभी तक जनपद में कोरोना वायरस से सिर्फ एक महिला की मौत हुई है, लेकिन वह पहले से ही कैंसर से ग्रसित थी। दूसरी तरफ जो भी पॉजिटिव मरीज मिले हैं, उनमें से एक-दो को छोड़ दिया जाए तो किसी में कोरोना के कोई लक्षण नहीं है। जनपद में कोरोना को लेकर घबराने जैसे कोई स्थिति नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है और विभाग के पास पर्याप्त संसाधन हैं।

पॉजिटिव मरीजों की डिस्चार्ज पॉलिसी में भी बदलाव

सीएमओ डॉ.सचान ने बताया कि डिस्चार्ज पॉलिसी में भी बदलाव किया गया है। लक्षणविहीन रोगियों (एसिम्प्टोमैटिक) रोगियों को अगर कोई लक्षण नहीं हैं तो भर्ती की तिथि के दसवें दिन बिना किसी जांच के डिस्चार्ज किया जाएगा लेकिन ऐसे मरीजों को सात दिनों तक होम क्वॉरंटीन में रहना होगा। शुरुआती लक्षण वाले अथवा हल्के/कम तीव्रता के लक्षण वाले रोगियों को हल्की खांसी, बुखार, गले में दर्द, गले में खराश है तो ऐसे रोगियों को डिस्चार्ज करने से पूर्व यह सुनिश्चित किया जाएगा कि डिस्चार्ज से पूर्व रोगी तीन दिन तक लक्षण विहीन हैं।

ऐसी स्थिति में रोगी की जांच ट्रूनेट मशीन द्वारा लक्षणविहीन होने के तीन दिवस पश्चात अथवा भर्ती की तिथि के 12वें दिन (दोनों में से जो तिथि बाद में आती हो) की जाएगी। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर मरीज को डिस्चार्ज किया जाएगा।

रिपोर्टर- रविन्द्र सिंह, हमीरपुर

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