हापुड़ में कई सालों से करा रहे थे बिजली चोरी, 11 की नौकरी गयी

Update:2018-10-03 11:25 IST

हापुड़: यूपी के जनपद हापुड़ में ऊर्जा निगम के लाइनमैनों पर बिजली चोरी के मामले जांच के बाद सही साबित हुए हैं। कई सालों में करोड़ों की बिजली चोरी कराने वाले 11 लाइनमैनों की संविदा समाप्त कर दी गई है। साथ ही संबंधित थानों में मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। अब यह पश्चिमांचल में कभी नौकरी भी नहीं कर सकेंगे। बिजली चोरी के मामलों में अब तक की इसे सबसे बड़ी विभागीय कार्रवाई मानी जा रही है। बता दें कि वहीं एक स्थायी रूप से एक कर्मी को इनका साथ देने के एवज में स्थानांतरण किया गया है।

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संविदा लाइनमैनों पर आए दिन रिश्वत लेकर बिजली चोरी कराने के आरोप लगते हैं और प्रतिदिन इसको लेकर उच्च स्तर तक शिकायतें भी होती हैं, लेकिन यह शिकायतें ठंडे बस्ते में डाल दी गई थी। इससे विभाग को करोड़ों रुपये के राजस्व की हानि हो रही थी। लगातार हो रही शिकायतों के बाद पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने सभी मामलों की जांच कर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे

अधिशासी अभियंताओं की जांच में गढ़मुक्तेश्वर और पिलखुवा डिविजन के 11 संविदा कर्मचारियों पर करोड़ों रुपये के बिजली चोरी के मामले उजागर हुए हैं। साथ ही एक स्थायी कर्मचारी पर भी बिजली चोरी में साथ देने का मामला प्रकाश में आया है। यह सभी संविदाकर्मी विभागीय हितों के विरुद्ध काम कर रहे थे। मंगलवार को आनन फानन में अधीक्षण अभियंता बीएल मौर्य ने सभी 11 संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर बिजली चोरी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। यह सभी सालों से विभाग में टिके हुए हैं और अधिकारियों के साथ मिलकर जमकर मलाई मार रहे थे। वर्ष 2010 से बिजली चोरी कराने के कई पर आरोप हैं ।

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प्रबंध निदेशक के आदेश पर बिजली चोरी कराने के आरोपित सभी 11 लाइनमैनों की संविदा समाप्त की गई है। थानों में मुकदमें भी दर्ज करा दिए गए हैं। बिजली चोरी करने और कराने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। अवर अभियंताओं की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा ।

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