Hapur News: सर्दी आते ही बढ़ी गुड़ की डिमांड, 200 रूपये प्रति क्विंटल पर पहुँचा दाम

Hapur News: सर्दी शुरू होते ही हर जगह गुड़ की मांग अधिक बढ़ जाती है। जिस कारण मंडी में गुड़ के दामों में 200 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक का उछाल आ गया है।

Report :  Avnish Pal
Update: 2023-11-28 09:35 GMT

हापुड़ में बढ़ी गुड़ की डिमांड (न्यूजट्रैक)

Hapur News: सर्दी शुरू होते ही हर जगह गुड़ की मांग अधिक बढ़ जाती है। जिस कारण मंडी में गुड़ के दामों में 200 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक का उछाल आ गया है। वहीं कोल्हुओं पर गन्ने के दामों में बढ़ोतरी न होने से किसानों को सस्ते दामों पर गन्ना बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

मंडी में प्रतिदिन 300 टन गुड़ की हो रही है आवक

हापुड़ जनपद की नवीन मंडी आसपास के कई जनपदों में प्रसिद्ध मंडी में से एक है। इस मंडी में हापुड़ के अलावा बुलंदशहर, मेरठ, गाजियाबाद के कोल्हुओं पर बनने वाला गुड़ बिक्री के लिए आता है। वहीं जनपद में 220 से अधिक कोल्हुओं का संचालन किया जा रहा है। जबकि आसपास के जनपदों में 750 से अधिक कोल्हुओं का गुड़ भी इस मंडी में आता है। मंडी में गुड़ का कारोबार करने वाले आढ़ती राजीव कुमार ने बताया कि इस मंडी में जनपद के साथ -साथ अन्य जनपदों से प्रतिदिन 300 टन गुड़ की आवक होती है।

कई राज्यों सहित देशों में जाता है यहाँ का गुड़

यहाँ से यह गुड़ दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार, उड़ीसा, असम, बंगाल सहित अन्य प्रदेशों में सप्लाई किया जाता है। इसके अतिरिक्त यहाँ का गुड़ दुबई, अमेरिका, नीदरलैंड, कनाडा आदि देशों में भी सप्लाई हो रहा है। हापुड़ की मंडी जाने वाला गुड़ वहां के लोगों को काफी पसंद आता है। जिस कारण इसकी पिछले कुछ वर्षों से अधिक डिमांड बढ़ी है। देखा जाए तो गुड़ के कारोबार में ही प्रतिदिन करीब एक करोड़ रुपये का लेनदेन मंडी में होता है। तीन दिन पहले तक गुड़ के दाम तीन हजार रुपये के आसपास थे, लेकिन अब गुड़ के दाम 3200 रुपये प्रति क्विंटल को पार कर रहे है। अभी दामों में और अधिक उछाल आने की सभावना है।

किसानों की गेहूँ बुआई बनी मजबूरी

इस समय गेंहू बुआई का समय चल रहा है। जिस कारण पिछले करीब 20 दिन से किसान जरूरत के हिसाब से पर्ची नही मिलने के कारण अपना गन्ना कोल्हुओं पर डालने को मजबूर हो रहे है। इसी का फायदा उठाकर कोल्हू संचालक भी 250 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास सस्ते दामों पर गन्ना खरीदने पर मजबूर हो रहे है। जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।

Tags:    

Similar News