Hapur: अंतर्राज्यीय वाहन चोर गैंग का खुलासा, पुलिस ने दो को किया गिरफ्तार
Hapur: गालन्द नहर पुल के पास वाहनों की चेकिंग करा रहे थे। तभी मुखबिर ने उन्हें सूचना दी कि गुलावठी की ओर से वाहन चोर गिरोह के दो सदस्य चोरी और लूट की बाइक बेचने की फिराक में हैं।
Hapur News: जिले भर में वाहन चोरी की घटनाओं को लेकर पुलिस काफी सक्रिय हो गई है। पुलिस ने चेकिंग के दौरान अंतर्राज्यीय दो वाहन चोर गिरफ्तार किए हैं। इनके पास से चोरी की चार बाइक और दो कार बरामद की गयी हैं। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। इस गिरोह द्वारा वाहन चोरी की घटनाओं के बारे पूछताछ की जा रही है।
चेकिंग के दौरान दबोचे गये वाहन चोर
पुलिस ने बताया कि गालन्द नहर पुल के पास वाहनों की चेकिंग करा रहे थे। तभी मुखबिर ने उन्हें सूचना दी कि गुलावठी की ओर से वाहन चोर गिरोह के दो सदस्य चोरी और लूट की बाइक बेचने की फिराक में हैं। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। जानकारी करने पर दोनों बाइक चोरी की निकली। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में पकडे गए आरोपियों ने वाहन चोरी की घटनाएं करना कबूल किया है। पुलिस ने दोनों चोरों की निशानदेही पर दो कार, चार मोटर साईकिल बरामद की है।
शातिर किस्म के है अपराधी
पिलखुवा सर्किल सीओ जितेंद्र शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के नाम निशांत पुत्र योगेन्द्र निवासी माचंड थाना जहांगीराबाद जिला बुलंदशहर और अर्जुन पुत्र लीलू सिंह निवासी दीनानाथपुर पुट्ठी थाना वेब सिटी जिला गाजियाबाद हैं। इनके द्वारा लूट या चोरी करके वाहनों को दूसरे जिलों में कम पैसों में बेच दिया जाता था। पुलिस से बचने के लिए चोरी के वाहनों पर फर्जी नबर प्लेट लगा लेते थे, ताकि पकड़े न जाएं। जिसके बाद वाहनों को भोले भाले लोगों को सस्ते दाम में बेचकर फरार हो जाते थे। ऐसा करने से वाहन चोर पुलिस की नजरों में धूल झोंकने की कोशिश करते थे। इस गैंग के द्वारा एनसीआर व अन्य जनपदो से वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। शातिर चोर वाहनों पर नम्बर प्लेट बदलकर आर्थिक लाभ कमाते थे। इस गिरोह के अन्य सदस्यों की भी पुलिस जानकारी कर रही है।
वाहन चोरों पर रहेगी पुलिस की नजर
वाहन चोरी करने वाले गिरोह की पुलिस काफी लंबे समय से तलाश कर रही है। पिलखुवा सर्किल सीओ ने कहा कि बाइक स्वामी वाहनों में शॉकर लॉक लगवाएं। खड़ी करते समय उसमें हैंडल लॉक के अलावा शॉकर लॉक लगाकर जाएं। ऐसा करने से दो पहिया वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा। हालांकि बैंक, चैराहों और भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस भी नजर रखती है।