Hapur News: दाखिल खारिज कराने के नाम पर 50 हजार की रिश्वत लेते लेखपाल हुआ गिरफ्तार
Hapur News: लेखपाल को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया। इस दौरान तहसील मुख्यालय में हडक़ंप की स्थिति बनी रही। जिसके बाद आरोपी को टीम ने कोतवाली लेकर पहुंची और रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की हैं
Hapur News :-यूपी के जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर तहसील क्षेत्र के गांव डेहरा रामपुर में कामरशियल भूमि का दाखिल खारिज कराने के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लेखपाल को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया। इस दौरान तहसील मुख्यालय में हडक़ंप की स्थिति बनी रही। जिसके बाद आरोपी को टीम ने कोतवाली लेकर पहुंची और रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की हैं।
डिप्टी एसपी नें दी मामले में जानकारी
मेरठ की विजिलेंस टीम डिप्टी एसपी दीपक त्यागी ने बताया कि टीम प्रभारी निरीक्षक नीरज शर्मा के नेतृत्व में दस सदस्य टीम ने गढ़ तहसील में लेखपाल को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए दबोचा है। उन्होंने बताया कि बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव डहरा रामपुर के रहने वाले ओमवीर डहराकुटी चौहराहे पर बिल्डिंग मेटेरियल की दुकान करते हैं। जिसने मार्च 2024 में सलारपुर के रहने वाले सचिन से 200 वर्ग गज भूमि खरीदी थी। जो कामरशियल थी। जिसमें 93 लाख रुपये के हिसाब से स्टांप लगाया गया था। पीडि़त के अनुसार जुलाई माह में दाखिल खारिज के लिए आवेदन किया था। जिसको लेकर 12 अगस्त में हल्का लेखपाल विपिन धामा आया और भूमि का दाखिल खारिज कराने के नाम पर एक प्रतिशत के अनुसार 90 हजार रुपये की रिश्वत मांगने लगा, लेकिन पीडि़त रिश्वत देने में असमर्थ था। पीडि़त ने बताया कि जुलाई से ही आरोपित लेखपाल उससे रिश्वत की मांग कर रहा था, लेकिन 15 अगस्त को उसने पचास हजार रुपये में दाखिल खारिज करने की बात कही, जिस पर लेखपाल तैयार हो गया। टीम प्रभारी नीरज शर्मा ने बताया कि शिकायत मिलने पर दस सदस्य टीम के साथ शनिवार को गढ़ तहसील मुख्यालय में लेखपाल को पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया और कोतवाली पहुंचा दिया। जिसके बाद विजिलेंस टीम ने आरोपित लेखपाल पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की। डिप्टी एसपी दीपक त्यागी ने बताया कि रविवार की सुबह को मेरठ एंटी करप्शन न्यायालय में आरोपित को पेश किया जाएगा।
एक माह से परेशान कर रहा था लेखपाल
तहसील में तैनात विनित धामा लेखपाल पिछले एक माह से दाखिल खारिज कराने के लिए तहसील में चक्कर कटा रहा था, पीडि़त ने बताया कि जब आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। तो उसने विजिलेंस टीम को सूचना देकर रंगे हाथों पकड़वा दिया। पीडि़त ने बताया कि वह बिल्डिंग मेटेरियल का कार्य करता है, उसी के लिए भूमि खरीदी थी, लेकिन दाखिल खारिज करने में लेखपाल टाल मटौल कर रहा था।
2016 में हुआ था लेखपाल भर्ती
रिश्वत लेते हुए पकड़े गए लेखपाल के साथियों ने बताया कि वर्ष 2016 की भर्ती में लेखपाल के पद पर नियुक्ति हुई थी। जिसको कुछ दिन से चकबंदी विभाग से हटाकर तहसील के डहरा रामपुर का हल्का लेखपाल पद का जिम्मा सौंपा हुआ था। विजिलेंस टीम द्वारा की गई गिरफ्तारी से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं सूचना मिलते ही लेखपाल कोतवाली पर एकत्र हो गए।