Hapur News: अवैध रूप से संचालित हो रही धान की मंडी, फिर भी सरकार को मिला दो सौ करोड़ का राजस्व
Hapur News: सरकारी आकड़ो से यहाँ 80 आढ़तियों ने पिछले एक माह में करीब 200 करोड़ रुपये का राजस्व सरकार को दिया है। इस मंडी से भले ही सुविधा दूर दूर तक नजर नही आ रही हो, लेकिन राजस्व यहाँ पर भरपूर मिल रहा है।
Hapur News: उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर तीर्थंनगरी में लोगों को जाम को झाम से रुलाने वाली सड़क किनारे लगाई जा रही धान की अवैध मंडी से सरकार की जेब भर रही है। सरकारी आकड़ो से यहाँ 80 आढ़तियों ने पिछले एक माह में करीब 200 करोड़ रुपये का राजस्व सरकार को दिया है। इस मंडी से भले ही सुविधा दूर दूर तक नजर नही आ रही हो, लेकिन राजस्व यहाँ पर भरपूर मिल रहा है। नगर की मंडी पश्चिमी यूपी में काफी मशूहर मंडी में से एक है।
सरकार द्वारा करोड़ से बनाई गई यह मंडी
तहसील क्षेत्र के किसानों की धान की फसल की बिक्री के लिए सरकार की और से दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर नवीन उप मंडी का करोडों रुपये को खर्च कर निर्माण किया था। तत्कालीन एसडीएम मीनू राणा ने धान के व्यापारियों को वहाँ पर शिफ्ट करा दिया था। लेकिन एक साल मंडी वहा संचालित हुई। लेकिन वहा से व्यापारी बाहर आ गए और मंडी को सड़क किनारे लगा दी। मंडी वर्तमान में मेरठ ओर हापुड मार्ग पर सड़क किनारे अव्यवस्था के बीच संचालित हो रही है। लेकिन यदि मंडी से सरकार को दिए जाने वाले राजस्व पर नजर डाली जाए तो मंडी में सरकार को काफी राजस्व दिया जा है।
एक माह में दो सो करोड़ का राजस्व प्राप्त
सरकारी आकड़ो में 10 सितंबर से संचालित हुई मंडी में अब तक सात लाख क्विटल धान की खरीद हो चुकी है। जिसमे व्यापारियों की और से मंडी को करीब 200 करोड़ रुपये का राजस्व जमा किया गया है। मंडी समिति सचिव प्रभास चंद में बताया कि मंडी को अभी तक एक माह में करीब 200 करोड़ रुपये का राजस्व जमा किया जा चुका है। आगे भी मंडी से अत्यधिक राजस्व जमा हो सकेगा।