Hapur News: साइबर क्राइम के पीड़ितों के खातों में वापस आई फ्रीज मनी, 28 लोगों ने दर्ज कराई थी शिकायत
Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ की साइबर सेल थाना पुलिस टीम ने ऑनलाइन (Online) ठगी कर खातों से निकलने वाले रुपये को वापस कराकर पीड़ितों के चेहरों पर मुस्कान वापस लौटाई है।
Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ की साइबर सेल थाना पुलिस टीम ने ऑनलाइन (Online) ठगी कर खातों से निकलने वाले रुपये को वापस कराकर पीड़ितों के चेहरों पर मुस्कान वापस लौटाई है। एसपी ने बताया कि साल (2024)में कुछ घटनाएं सामने आई थी। जिनकी जांच कराई जा रही थी। वहीं पैसे वापस मिलने के बाद पीड़ितों ने पुलिस का धन्यवाद किया है।
इस तरह हुई थी पीड़ितों के साथ घटनाएं
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित-पीड़िताओं द्वारा जनपद के विभिन्न थानों व थाना साइबर क्राइम पर ऑनलाइन फ्रॉड/झांसा/ठगी होने के मामले में शिकायती पत्र दिए गए थे। जिनके निस्तारण के लिए एसपी अभिषेक वर्मा द्वारा थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम को जांच कर कार्रवाई करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे। जिनकी जांच साइबर थाने द्वारा कराई जा रही थी। जाँच में ऐसे करीब 28 पीड़ित सामने आए थे जिनके साथ साइबर ठगों ने घटना को अंजाम दिया था। थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा व्यापक स्तर पर त्वरित कार्रवाई करते हुए विभिन्न बैंको/पेमेंट गेटवे मर्चेन्ट से सम्पर्क कर 1 जनवरी 2024 से 20 जून 2024 तक में साइबर ठगी के शिकार हुए 28 पीड़ितों के 21 लाख 1 हजार 725 रुपये वापस कराए हैं। वहीं पुलिस की इस कार्रवाई से मेहनत की गाढ़ी कमाई को पाकर पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान देखने लायक थी।
एसपी ने किया खुलासा
एसपी अभिषेक वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर सेल और साइबर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए करीब 28 लोगों के 21 लाख 1 हजार 725 रुपये रिफंड कराए है। उन्होंने बताया कि हापुड़ जिले में हम प्रयास कर रहे है कि साइबर ठगी से सम्बंधित मामले आएंगे तो उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी हम कार्रवाई कर रहे है और गैंगस्टर लगाकर साइबर अपराधियों की सम्पत्ति कुर्क की कार्रवाई भी हम कर रहे है।
साइबर फ्राड से बचाव के तरीके :
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- ग्रुप पर आने वाले विज्ञापनों पर भरोसा न करें।
- वर्क फ्रॉम होम के विज्ञापन देखकर लालच में न पड़ें।
- टेलीग्राम टास्क फ्रॉड से बचे।
- क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने आदि को लेकर आने वाली कॉल पर कोई भी डिटेल एवं ओटीपी शेयर न करें।
- किसी भी सोशल साइट पर बिना पूर्ण जानकारी के किसी भी ग्रुप (टेलीग्राम और व्हाटसअप आदि) से न जुड़ें।
- किसी के कहने पर कोई रिमोट एक्सेस एप जैसे एनीडेस्क/टीम व्यूबर आदि डाउनलोड न करें।
- सोशल मीडिया से सम्बन्धित एप में सुरक्षा हेतु टू-स्टेप आथेन्टिकेशन का हमेशा प्रयोग करें।
- किसी भी कस्टमर केयर नम्बर को गूगल पर सर्च करते समय उसकी सही से जांच करने के बाद ही बात करें।
- किसी भी अनजान एप्लीकेशन को डाउनलोड करने से पहले उसकी सही जानकारी/सत्यता की जांच करें।
- जॉब, लोन, टॉवर लगाने एवं लाटरी आदि के नाम पर यदि कोई पैसों की मांग करता है तो आपके साथ फ्राड हो सकता है।
- सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी भी अनजान व्यक्ति से चैट/वीडियो कॉल करने से बचें।
- साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल करें।
- अन्य कोई भी साइबर फ्राड होने पर वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराये।