Hapur News: किसानों का गन्ना हजम कर गईं चीनी मिलें, भुगतान नहीं होने से किसान नाराज
Hapur News: शुगर मिलों पर साढ़े चार सौ करोड़ रुपये बकाया है। हालांकि, उच्च अधिकारियों ने चीनी मिल के प्रशासन को पत्राचार कर जल्द से जल्द भुगतान कराने के आदेश दिए हैं।
Hapur News: गन्ना किसानों का सहारा बनने वाली जनपद में दोनों शुगर मिल बंद हो चुकी हैं। ब्रजनाथपुर व सिंभावली चीनी मिल में पेराई सत्र करीब एक माह पूर्व समाप्त हो चुका है, लेकिन मिलों ने पूरे सत्र में खरीदे गए गन्ने का अभी तक 13 फीसदी ही भुगतान किया है। दोनों शुगर मिलों पर साढ़े चार सौ करोड़ रुपये बकाया है। हालांकि, उच्च अधिकारियों ने चीनी मिल के प्रशासन को पत्राचार कर जल्द से जल्द भुगतान कराने के आदेश दिए हैं।
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गन्ना खरीदा पर नहीं किया पूरा भुगतान
जनपद में बड़े स्तर पर गन्ने की खेती होती है। इस फसल से हजारों किसान जुड़े हुए हैं। सत्र 2022-2023 के गन्ना पेराई सत्र का एक माह पूर्व समापन हो चुका है। लेकिन चीनी मिलों ने इस सत्र का सिर्फ 232.75 करोड़ ही भुगतान किया है। सिंभावली चीनी मिल ने किसानों का इस सत्र में 145.24 लाख क्विंटल गन्ना व ब्रजनाथपुर चीनी मिल ने किसानों का 56.76 लाख क्विंटल गन्ना खरीद था। जिसकी कुल लागत 6966.20 करोड़ बैठती है। जिसमे से अभी तक मात्र 28.36 प्रतिशत यानी मात्र 232.81 करोड़ का ही किसानों को भुगतान किया गया है। बाकी की धनराशि यानी करीब 4613.45 करोड़ को मिल मालिक अभी तक दबाए बैठे हैं।
अधिकारियों ने पत्र लिखकर बकाया देने को कहा
मिल बंद होने के बाद किसानों को उनके गन्ना बकाया का भुगतान किया जा सके, इसके लिए गन्ना समिति सचिव राकेश पटेल ने मिल के अधिकारियों को पत्राचार किया है। पत्राचार में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जल्द से जल्द किसानों के बकाया का भुगतान किया जाए। उन्होंने भुगतान के सबंध में पूरी जानकारी मांगी है। दूसरी तरफ गन्ने का पूरा भुगतान नहीं मिलने से किसान बौखलाए हुए हैं। उनका कहना है कि इतनी मेहनत से वो फसल तैयार करते हैं, लेकिन मिल मालिक उनकी गन्ने की फसल का पूरा भुगतान नहीं करते हैं। ऐसे में उनके लिए परिवार चलाना चुनौती बन गया है।