Hardoi News: वीआईपी नंबर के लिए दीवानगी, एक साल में खर्च कर दिए साढ़े 19 लाख
Hardoi News:वीआईपी नंबर के लिए अलग-अलग रेट निर्धारित हैं। ऑनलाइन बोली लगाकर लोग अपनी पसंद का नंबर हासिल करने के लिए खूब पैसा खर्च कर रहे हैं।
Hardoi News: देश में दो पहिया से लेकर चार पहिया वाहनों तक का वीआइपी नंबर एक स्टेटस सिंबल बन गया है। लोग लाखों रुपए खर्च कर अपने पसंदीदा नंबर को बुक कराकर अपने दोपहिया, चौपहिया वाहन में लगाते हैं। परिवहन विभाग की ओर से लोगों को वीआइपी नंबर को बुक कराने की ऑनलाइन सुविधा दे रखी गई है। वीआईपी नंबर के लिए अलग-अलग रेट निर्धारित हैं। ऑनलाइन बोली लगाकर लोग अपनी पसंद का नंबर हासिल करने के लिए खूब पैसा खर्च कर रहे हैं। हरदोई में लोगों ने लाखों रुपए खर्च कर वीआइपी नंबर के लिए बोली लगाई है। वीआईपी नंबर लेने की चाह रखने वालों में पहले नंबर पर राजनीतिक पार्टियों के नेता व कार्यकर्ता हैं। जबकि आम आदमी भी 1000 से लेकर 50,000 तक रुपए खर्च कर वीआइपी नंबर बुक करा रहे हैं।
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ऑनलाइन बोली से मिल रहा वीआइपी नंबर
हरदोई एआरटीओ प्रशासन एके सिंह ने बताया कि कोई भी वाहन चालक मनपसंद वीआइपी नंबर अपने वाहन के लिए ले सकता है। इसके लिए ऑनलाइन बोली लगानी पड़ेगी। विभाग की ओर से वीआइपी नंबर के लिए अलग-अलग धनराशि निर्धारित है। जो अधिक बोली लगाता है, उसे वीआइपी नंबर दे दिया जाता है। इसके अलावा जनरल नंबर लेने के लिए भी ऑनलाइन बुकिंग कराई जा सकती है। इसके लिए दो पहिया वाहन चालक के लिए 1000 व चार पहिया वाहन के लिए ₹5000 का शुल्क निर्धारित है। ऑनलाइन बोली के दौरान धनराशि बढ़ भी सकती है।
एक साल में 220 लोगों ने लिया मनचाहा नंबर
एआरटीओ एसके सिंह ने बताया कि बीते 10 माह में 220 वाहन चालकों ने वीआइपी नंबर को बुक कराया है। वीआइपी नंबर पाने के लिए वाहन चालकों की दीवानगी इस कदर है कि वह कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं। परिवहन विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो जुलाई 2022 से अब तक 220 वाहन चालकों ने वीआइपी नंबर लिए हैं। वाहन चालकों ने इन नंबरों पर कुल मिलाकर 19 लाख 50 हज़ार रुपए खर्च किए हैं।