Hardoi News: फोर व्हीलर की डीलरशिप दिलाने का झांसा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष से लाखों की ठगी
Hardoi News:हरदोई के बड़े राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखने वाली पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कामिनी अग्रवाल ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हुई हैं। कामिनी अग्रवाल के साथ फोर व्हीलर की डीलरशिप देने के नाम पर ठगी की गई।
Hardoi News: हरदोई जनपद में लगातार साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है। साइबर क्राइम को देखते हुए हाल ही में आईजी लखनऊ जोन तरुण गाबा ने पुलिस लाइन स्थित साइबर सिक्योरिटी सेल का उद्घाटन किया था। तरुण गाबा ने कहा था कि अब से साइबर क्राइम के मामले साइबर सिक्योरिटी सेल में दर्ज होंगे। आईजी रेंज लखनऊ ने अब तक साइबर सिक्योरिटी सेल द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य का भी विवरण सामने रखा था। साइबर सिक्योरिटी सेल खुलने के कुछ ही दिन बाद हरदोई जनपद की एक बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाली पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, धोखाधड़ी की शिकायत सिक्योरिटी सेल में दर्ज कराई गई है।
दो लाख पचास हज़ार रुपए की हुई धोखाधड़ी
हरदोई के बड़े राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखने वाली पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कामिनी अग्रवाल ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हुई हैं। कामिनी अग्रवाल के साथ फोर व्हीलर की डीलरशिप देने के नाम पर ठगी की गई। दरअसल, कामिनी अग्रवाल द्वारा डीलरशिप लेने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भर गया था, जिसमें उनसे ढाई लाख रुपये रजिस्ट्रेशन फीस ले ली गई लेकिन जब लाइसेंस के लिए फॉर्म की बात सामने आई तब जाकर उनके साथ हुई धोखाधड़ी का खुलासा हो सका।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कामिनी अग्रवाल ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि उनके द्वारा एक फोर व्हीलर कंपनी की डीलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया था। 16 अगस्त को उनके द्वारा फोर व्हीलर की डीलरशिप लेने के लिए एक नंबर पर बात की गई, बात करने वाले युवक ने अपना नाम दीपक मिश्रा बताया था। दीपक मिश्रा ने कामनी अग्रवाल को बताया कि फोर व्हीलर की डीलरशिप लेने के लिए उनको ₹500000 लाइसेंस फीस और ₹90000 जीएसटी के देनी होंगी। कुल मिलाकर ₹590000 की मांग दीपक मिश्रा द्वारा की गई। दीपक ने कामिनी अग्रवाल को जो फॉर्म भेजा, उसमें फोर व्हीलर नहीं, टू व्हीलर लिखा हुआ था।
संपर्क करने पर युवक का नंबर हुआ ऑफ
कामिनी अग्रवाल द्वारा गलत फॉर्म भेजा जाना समझकर दीपक मिश्रा से जब बात करनी चाहिए तो उसका फोन स्विच ऑफ हो गया था। काफी बार पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने फोन मिलाने का प्रयत्न किया लेकिन फोन लगातार स्विच ऑफ जा रहा है। दो दिन तक फोन मिलाने का लगातार किया गया, जिसके बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कामिनी अग्रवाल ने साइबर सिक्योरिटी सेल में अभियोग पंजीकृत कराया है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष की तहरीर पर पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर मामले की जांच शुरू कर दी है।