Hardoi News: अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा झबरा पूर्वा, सड़क व नाली न होने से सैकड़ों लोगों का जीवन अस्त-ब्यस्त
Hardoi News: हरदोई शहर से लगे मुख्य विकास अधिकारी के बंगले के पीछे आशा नगर का झबरा पूर्वा विकास के लिए तरस रहा है। झबरा पूर्वा में ना ही सड़क है और ना ही नाली ऐसे में बरसात में यह मार्ग किसी तालाब से कम नहीं नजर आता है।
Hardoi News: एक ओर जहां नगर पालिका हरदोई लगातार सवालों के घेरे में है वहीं हरदोई नगर पालिका क्षेत्र से लगे ग्रामीण क्षेत्र भी सवालों के घेरे में है। हरदोई शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्र लगातार अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। आलम यह है कि अधिकारियों के बंगले के पीछे ग्रामीण क्षेत्र में विकास कोसों दूर है जबकि विकास का जिम्मा संभालने वाले अधिकारियों को अपने बंगले के पीछे का हाल तक नहीं पता है।
बारिश में गलियां हो जाती हैं तालाब
ग्रामीण क्षेत्रों में ना ही सड़क है और ना ही नालियां ऐसे में बारिश में यह गलियां तालाब में तब्दील हो जाती हैं। बारिश के चलते स्कूल जाने वाले छात्र छात्राओं के साथ अपने कार्य स्थल पर जाने वाले नौकरी पेशा से लेकर अपने दुकान प्रतिष्ठान संचालक करने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों को उठाना पड़ता है। शहर से लगे झबरा पूर्वा में कई वर्षों से सड़क नहीं बन पायी है। कई बार लोगों द्वारा इस बाबत ग्राम प्रधान से भी बात की गई लेकिन आश्वासन के अलावा आज तक काम नहीं हो सका। सबसे ज्यादा कठिनाई बुजुर्ग लोगों को होती है। सड़क न होने से आए दिन वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं जिससे वाहन स्वामियों को चोटे भी आ जाती है लेकिन इन सब बातों को ना ही जिला प्रशासन के अधिकारी कोई ध्यान देते हैं और ना ही ग्राम के प्रधान।एक ओर जहां शहर को साफ सुंदर बनाने की बात कही जा रही है वहीं शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्र वर्षों से बदहाल है।
जनप्रतिनिधियों के दावे खोखले
हरदोई जनपद के एससीआर में शामिल होने के बाद लोगों को उम्मीद है कि हरदोई जनपद की दुर्दशा बदलेगी। हरदोई के आज भी शहर से लगे कई गांव में सड़के नहीं है नालियां नहीं है जबकि लगातार जनप्रतिनिधि विकास के बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के साथ जनपद के अधिकारी भी जनपद में चौमुखी विकास की बातें करते हैं लेकिन जब धरातल पर बात आती है तो जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक के दावे हवा हवाई होते नजर आ रहे हैं।
मुख्य विकास अधिकारी के बंगले के पीछे का है ये हाल
हरदोई शहर से लगे मुख्य विकास अधिकारी के बंगले के पीछे आशा नगर का झबरा पूर्वा विकास के लिए तरस रहा है। झबरा पूर्वा में ना ही सड़क है और ना ही नाली ऐसे में बरसात में यह मार्ग किसी तालाब से कम नहीं नजर आता है। झबरा पूर्वा कि जिम्मेदारी ग्राम प्रधान श्यामू सिंह की है लेकिन श्यामू सिंह इस बाबत कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। लगातार लोग ग्राम प्रधान श्यामू सिंह से सड़क और नाली के निर्माण की बात तो कह रहे हैं लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है।
झबरा पूर्वा अपनी बदहाली पर रो रहा
प्रधान श्यामू सिंह के क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली कई ऐसी सड़के हैं जो अपनी बदहाली के आंसू बहा रही हैं। लेकिन ग्राम प्रधान को चुनाव के समय तो क्षेत्र के लोगों की चिंता सताती है उसके बाद 4 साल तक क्षेत्र के लोगों का हाल-चाल जानने के लिए ग्राम प्रधान नहीं पहुंचते हैं। झबरा पूर्वा का मार्ग बीते कई सालों से अपनी बदहाली पर रो रहा है। उम्मीद है की मुख्य विकास अधिकारी और जिलाधिकारी इस बाबत ध्यान देंगे और सड़क और नाली का निर्माण करा कर सैकड़ो लोगों को राहत देने का कार्य करेंगे।ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए आने वाली राशि आख़िर ज़िम्मेदार कहाँ खर्च कर रहें है आख़िर कब तक झबरा पूर्वा जैसे गाँवों का विकास ज़िम्मेदार कराते है।