Hardoi News: हरदोई रेलवे स्टेशन का रिएलिटी चेकः ट्रेन में रिजर्वेशन कराना यात्रियों को पड़ रहा महंगा!
Hardoi News: हरदोई रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाएं लगातार बिगड़ती जा रही हैं। अनारक्षित टिकट काउंटर पर रेल यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली थी। रेलवे स्टेशन पर आरक्षण कराने लोगों की लंबी कतार देखने को मिली। कम्प्यूटरीकृतआरक्षण केंद्र में एसी भी नहीं है
Hardoi News: मुरादाबाद मंडल के अंतर्गत आने वाले हरदोई रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाएं लगातार बिगड़ती जा रही हैं। यहां के अधिकारी कानों में रुई लगाए बैठे हुए हैं। यहां रिजर्वेशन के लिए दो काउंटर बने हैं, पर संचालित एक ही होता है। यात्रियों को लंबी लाइन लगाकर टिकट के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
गर्मी की छुट्टियों में भारी भीड़
कुछ दिन पूर्व हरदोई रेलवे स्टेशन के अनारक्षित टिकट काउंटर पर रेल यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली थी। वहां हालात अभी सुधरे नहीं हैं, ऊपर से अब हरदोई रेलवे स्टेशन के आरक्षण टिकट काउंटर पर यात्रियों की लंबी लाइन लग रही है। हरदोई रेलवे स्टेशन पर दो आरक्षण काउंटर होने के बावजूद सिर्फ एक आरक्षण काउंटर को संचालित किया जाता है। जबकि मुरादाबाद मंडल से दो आरक्षण काउंटर को संचालित करने के निर्देश प्राप्त हुए थे, जिससे रेल यात्रियों को सहूलियत मिल सके। निर्देशों के बाद कुछ समय के लिए तो हरदोई रेलवे स्टेशन पर दूसरा आरक्षण काउंटर को शुरू किया गया था, लेकिन बड़े ही गुपचुप तरीके से दूसरे आरक्षण काउंटर को रेल अधिकारियों ने बंद कर दिया। जिसका खामियाजा आज रेल यात्रियों को उठाना पड़ रहा है।
गर्मी में यात्री परेशान, बैठने तक के इंतजाम नहीं
बुधवार को सुबह से ही हरदोई रेलवे स्टेशन पर आरक्षण कराने लोगों की लंबी कतार देखने को मिली। स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी हो चुकी हैं, ऐसे में पहाड़ी इलाकों व अन्य स्थानों पर घूमने जाने वाले लोगों की संख्या बढ़ गई है। लोग आरक्षण के लिए लगातार स्टेशन पर पहुंच रहे हैं, हरदोई रेलवे स्टेशन पर संचालित एक आरक्षण काउंटर पर सुबह से ही भारी भीड़ देखने को मिली। भीड़ का आलम यह था कि लाइन स्टेशन परिसर में बनी सड़क को भी पार कर रही थी। आरक्षण कराने पहुंचे लोग गर्मी में बेहाल रहे। जहां आरक्षण होता है, वहां बैठने की भी कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोग टिकट के लिए जद्दोजहद करते नजर आए।
हैंग हो रहे सिस्टम, टिकट बनाने में लग रहा ज्यादा समय
रेल यात्रियों ने बताया कि वह काफी देर से स्टेशन पर आरक्षण कराने के लिए लाइन में लगे हुए थे। एक फॉर्म जाने में और टिकट बनने में लगभग 15 से 25 मिनट लग रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी बताते हैं कि गर्मी के चलते सिस्टम हैंग कर रहे हैं। स्लो चल रहे हैं, जिसके वजह से टिकट बनाने में काफी समस्या आ रही है। यह समस्या हरदोई रेलवे स्टेशन पर आम हो चुकी है। जब भी रेलवे स्टेशन पर यात्री आरक्षण कराने पहुंचते हैं तो उन्हें सिस्टम के हैंग होने और सुचारू रूप से कार्य नहीं हो पाने की मुश्किल देखने को मिलती है।
कंप्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र में एसी नहीं
हरदोई के कंप्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र ने एसी नहीं लगा है। जिसके चलते सिस्टम चलते-चलते गर्म हो जाता है और हैंग कर जाता है। ऐसे में काउंटर पर बैठा कर्मचारी भी अपने आपको लाचार महसूस करता है। लाइन में घंटों से खड़े यात्रियों से जब इस बाबत बात की गई तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। रेल यात्रियों का कहना था कि यदि रेल प्रशासन से यात्री सुविधाएं नहीं सुधर रहीं तो हरदोई रेलवे स्टेशन को बंद कर देना चाहिए। इससे अच्छा तो अन्य जनपदों के रेलवे स्टेशन है, जहां यात्रियों को सुविधाएं तो मिल रही हैं। यहां ना तो अधिकारी सुनते हैं और ना ही जनप्रतिनिधि।
पूर्व में भाजपा से पूर्व सांसद अंशुल वर्मा ने हरदोई रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार का बीड़ा उठाया था और उनके हटते ही स्टेशन की दुर्गति देखने को मिल रही है। लोगों ने कहा कि वर्तमान सांसद, क्षेत्रीय विधायक समेत अन्य जनप्रतिनिधि हरदोई स्टेशन को लेकर कोई भी ध्यान नहीं देते हैं। यह काफी निराशाजनक है। जबकि शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, सीतापुर जैसे स्टेशन पर काफी यात्री सुविधाएं हैं। मुरादाबाद मंडल में रेल अधिकारी महज़ बड़े-बड़े स्टेशनों के विकास की चिंता करते है।
रेल अधिकारियों का टका सा जवाब
जिम्मेदारों ने फिर एक बार रटा-रटाया जवाब दिया है। रेल अधिकारियों ने स्टाफ़ की कमी का रोना रोया है। रेल अधिकारियों ने कहा कि जो भी निर्णय होता है, वह मंडल कार्यालय मुरादाबाद से होता है। मंडल कार्यालय से निर्देश प्राप्त होने उससे पूर्ण कराया जाएगा। गर्मी के चलते सिस्टम हैंग हो जाते हैं, जिसके चलते टिकट बनने में समस्या आ रही है। यदि मण्डल की ओर से स्टाफ़ उपलब्ध कराया जायेगा तो दूसरा काउंटर शुरू हो जाएगा।