Hardoi News: दूसरे दिन भी मंडी में पड़ा रहा किसानों का गेहूं, बेनतीजा रही बातचीत, जानें क्या है पूरा मामला

Hardoi News: एसडीएम ने व्यापारियों से 30 मिनट बैठकर मंडी कार्यालय में बातचीत की लेकिन बातचीत बेनतीजा रही। एसडीएम झल्लाकर उठी और चली गई।

Report :  Pulkit Sharma
Update: 2024-05-26 16:25 GMT

दूसरे दिन भी मंडी में पड़ा रहा किसानों का गेहूं, बेनतीजा रही बातचीत: Photo- Newstrack

Hardoi News: किसानों का गेहूं जबरदस्ती गृह केंद्रों पर तुलवाने से नाराज व्यापारियों ने आज दूसरे दिन भी कार्य बंद रखा। किसानों का गेहूं दूसरे दिन भी बाजार में पड़ा रहा। एसडीएम ने व्यापारियों से 30 मिनट बैठकर मंडी कार्यालय में बातचीत की लेकिन बातचीत बेनतीजा रही। एसडीएम झल्लाकर उठी और चली गई। एसडीएम बार-बार व्यापारियों से कह रही थी कि आप सरकार के सहयोग का ध्यान रखिए लेकिन व्यापारी किसानों के ऊपर अपनी बात डाल रहे थे कि जब किसान माल बेचने को तैयार नहीं है तो हम किस का माल जबरदस्ती क्रय केंद्र पर नहीं बिकवा सकते हैं। क्रय केंद्र के रेट 2275 से ज्यादा किसानों को आढ़तियों से मिल रहा है।

गेहूं क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा 

आढ़ती 2375 में गेहूं क्रय कर रहे हैं, इसलिए गेहूं क्रय केंद्रों पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। मंडी सचिव अमित कुमार ने शनिवार को एक फरमान जारी कर दिया था कि अगर किसी भी व्यापारी ने किसानों का गेहूं क्रय किया तो उसके लाइसेंस सस्पेंड कर दिए जाएंगे। गेहूं खरीद करने पर व्यापारियों के लाइसेंस सस्पेंड करने और किसानों का कम मूल्य पर क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीदने से नाराज व्यापारियों और किसानों ने मंडी परिसर में हंगामा काट दिया। हंगामा काटने के बाद बड़ी संख्या में मंडी परिषद में फोर्स बल पहुंचा।

हरदोई से व्यापारी नेता पहुंचे और मामला रफा दफा हुआ। शाम को कुछ व्यापारियों ने अपना गेहूं क्रय केंद्रों पर तुलवा दिया। लेकिन उसके बाद आज दूसरे दिन व्यापारियों और किसानों ने पूरी तरह से हड़ताल रखी। गृह केंद्र के प्रभारी किसानों के गेहूं का इंतजार करते रहे। किसी भी किसान ने गेहूं क्रय केंद्र पर ले जाना मुनासिब नहीं समझा। व्यापारी किसानों का नुकसान नहीं चाहते हैं इसलिए व्यापारी और किसान एक राय हो गए। नतीजा यह हुआ कि आज पूरे दिन व्यापारियों ने काम नहीं किया और व्यापारी एकत्रित होकर रणनीति बनाते रहे। जैसे ही इस बात की भनक एसडीएम सुश्री पूनम भास्कर को लगी। उन्होंने मंडी सचिव के कार्यालय पहुंचकर व्यापारियों को बुलाया और उनसे बातचीत की।

इस मौके पर एसडीएम सुश्री पूनम भास्कर ने कहा कि सभी लोग सरकार का सहयोग करने के लिए थोड़ा बहुत गेहूं गृह केंद्रों पर बिक्री करवा दें ताकि क्रय केंद्रों का लक्ष्य पूरा हो सके। इस पर व्यापारियों ने कहा कि वह किसानों पर दबाव नहीं बना सकते हैं। किसानों का पड़ोसी जनपद में 2,415 रुपए में कैश पेमेंट पर गेहूं बिक रहा है इसलिए किसान शाहाबाद मंडी न आकर शाहजहांपुर की मंडी में अपना गेहूं भेज देगा। यह उसकी अपनी मर्जी है।

व्यापारी किसान पर कोई दबाव नहीं बना सकते लेकिन एसडीएम बार-बार यही कहती रही अगर व्यापारी लोग चाहेंगे तो किसान अपना थोड़ा बहुत गेहूं क्रय केंद्रों पर दे सकते हैं, लेकिन व्यापारी इस बात पर तैयार नहीं हुए। आखिरकार एसडीएम सुश्री पूनम झल्लाकर उठी और अपने आवास पर चली गई। हरदोई में व्यापारियों द्वारा हड़ताल कर दी गई। इसी परिपेक्ष में शाहाबाद नवीन मंडी के व्यापारियों ने भी रविवार को पूरी तरह से काम बंद रखा। किसी भी आढ़त पर गेहूं की खरीदारी नहीं की गई। कुल मिलाकर एसडीएम से 30 मिनट की व्यापारियों की हुई बातचीत बेनतीजा रही।

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