लोक निर्माण विभाग के 12 अभियंताओं पर लटकी कार्यवाही की तलवार, सीएम योगी पहले भी कर चुके है बड़ी कार्यवाही
Hardoi News: मुख्यमंत्री द्वारा निलंबित किए गए अधिकारियों कर्मचारियों के बाद एक बार फिर कुछ और अधिकारियों पर कार्रवाई के तलवार लटक रही है।
Hardoi News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हरदोई के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों पर की गई कार्रवाई के बाद कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है। जो कर्मचारी कार्यालय पहुंचे हैं। वह मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई की चर्चा करते हुए नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री द्वारा निलंबित किए गए अधिकारियों कर्मचारियों के बाद एक बार फिर कुछ और अधिकारियों पर कार्रवाई के तलवार लटक रही है।
ऐसा माना जा रहा है कि अभी एक दर्जन अधिकारी और कर्मचारी कार्रवाई की जद में है।लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारी कार्रवाई से बचने के लिए लखनऊ की दौड़ लगाने में लगे हुए हैं। लगातार हरदोई में खराब गुणवत्ता वाली सड़क बनाने के वीडियो सामने आ चुके हैं हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें ग्रामीणों ने खराब सड़क को बिछाए जाने की बात कही थी।
लखनऊ से आई टीम ने की थी सड़कों की जांच
9 नवंबर को लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव अजय चौहान के नेतृत्व वाली एक टीम ने हरदोई का निरीक्षण किया था। लखनऊ से हरदोई पहुंची टीम द्वारा सांडी शाहाबाद मार्ग को जोड़ने वाले रद्देपुरवा सकतपुर मार्ग का निरीक्षण कर नमूने संग्रहित किए थे। इसके साथ ही बेटा गोकुल मंनसूर नगर हरदोई सांडी और खाटेली मझिगवां मार्ग का भी निरीक्षण कर नमूने एकत्र किए थे। लखनऊ से पहुंची टीम द्वारा नमूनों को जांच के लिए लेबोरेटरी भेजा था। जहां जांच के दौरान सभी नमूने अधोमानक पाए गए तभी से संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही जा रही थी।
इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई करते हुए एक अधीक्षण अभियंता दो अधिशासी अभियंता पांच सहायक अभियंता और आठ अवर अभियंता को निलंबित करने के निर्देश जारी कर दिए थे।सड़क के नमूने फेल होने के मामले में अभी 12 और अभियंताओं पर कार्रवाई के तलवार लटक रही है।शासन द्वारा चार फ़र्मो को भी ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।निर्माण खंड एक और प्रांतीय खंड के अवर अभियंताओं पर भी कार्रवाई के तलवार लटक रही है। ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही इन्हें भी निलंबित करने के आदेश जारी होंगे। लोक निर्माण विभाग पर हुई कार्यवाही और अधिकारियों पर लटक रही कार्रवाई की तलवार से महकमें में पूरी तरह से खलबली मची हुई है।