Hardoi News: DM ने दिखाई स्मार्टफ़ोन वितरण में सख्ती तो जिम्मेदारों ने शुरू कर दिया भ्रष्टाचार, वीडियो हुआ वायरल
Hardoi News: एक और भ्रष्टाचार की दुर्गंध छात्र-छात्राओं को मिलने वाले स्मार्टफोन के वितरण से भी आ रही है। सोशल मीडिया पर छात्र छात्राओं से स्मार्टफोन वितरण के नाम पर धन उगाही का वीडियो वायरल हुआ है।;
Hardoi News: जिले में जिम्मेदार हर सरकारी योजना व कार्य में जमकर भ्रष्टाचार करते आ रहे हैं। ऐसे ही एक और भ्रष्टाचार की दुर्गंध छात्र-छात्राओं को मिलने वाले स्मार्टफोन के वितरण से भी आ रही है। सोशल मीडिया पर छात्र छात्राओं से स्मार्टफोन वितरण के नाम पर धन उगाही का वीडियो वायरल हुआ है। दरअसल जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने स्मार्टफोन वितरण में लापरवाही बरतने वाले 104 महाविद्यालय को नोटिस जारी किया था साथ ही जिलाधिकारी द्वारा इन विद्यालय को सख्त चेतावनी भी दी गई थी। इनमें से कई ऐसे विद्यालय थे।
जिन्होंने अभी तक डाटा अपलोड तक नहीं किया है। महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को शासन की ओर से बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए स्मार्टफोन का वितरण किया जाता है। लेकिन हरदोई में अभी कुछ ही विद्यालयों ने शासन की इस मंशा पर कार्य किया है। जिलाधिकारी की सख़्ती के बाद महाविद्यालयो ने छात्राओं को स्मार्टफोन वितरण की क़वायद तो शुरू की लेकिन उसमें भी भ्रष्टाचार करना शुरू कर दिया हैं।
छात्र-छात्राओं से रुपए की हो रही वसूली
हरदोई के मल्लावां के डकौली में स्थित पीएल वर्मा टीचर ट्रेनिंग सेंटर कॉलेज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि छात्राओं से ₹200 की वसूली की जा रही है। वायरल वीडियो में बताया गया है कि यह वसूली छात्र छत्राओ को मिलने वाले स्मार्टफोन को लेकर की जा रही है। वायरल वीडियो में तीन लोग बैठे दिख रहे हैं जिनमें से एक लोग ₹200 लेकर छात्र छात्राओं के नाम को लिख रहा है जबकि अन्य दो लोग भी उसका साथ दे रहे हैं।
वायरल वीडियो में बताया गया कि जो छात्र या छात्र ₹200 जमा नहीं कर रही है उसको स्मार्टफोन ना मिलने की बात भी महाविद्यालय प्रशासन की ओर से कहीं जा रही है। प्रत्येक छात्र-छात्राओं से ₹200 लिए जा रहे हैं। स्मार्टफोन वितरण सरकार की बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना में भी अब जिम्मेदार जमकर भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिम्मेदारों को भ्रष्टाचार का कीड़ा काटा हुआ है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद महाविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह द्वारा दी गई चेतावनी के बाद भी स्कूलों द्वारा छात्राओं से हो रही वसूली पर ज़िलाधिकारी क्या सख्त कार्रवाई करते हैं।