देख रह जायेंगे दंग: कोरोना को देश से ख़त्म करेगा ये हठयोगी, कर रहा अनोखी साधना
हठयोगी ने देश और दुनियां से महामारी के खात्मे के लिए अन्न त्याग दिया है और अपनी झोपड़ी से निकलकर संत ने 15 फिट ऊंचे मचान पर आसन ग्रहण कर लिया है। योगी मचान से ही योग औऱ साधना के जरिए कोरोना महामारी से देश को निजात मिले इसके लिए माँ गंगा से विशेष प्रार्थना भी कर रहें हैं।
प्रयागराज: कोरोना महामारी में लॉक-डाउन के चलते लोग अपने घरों में क़ैद हैं और हर कोई इस महामारी से बचने के लिए अलग-अलग तरीके से प्रयास कर कर रहा है। ऐसे में हमेशा आस्था और श्रद्धालुओ से गुलजार रहने वाले संगम में इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं संगम क़ी रेती पर कोरोना से पूरी दुनिया को निजात दिलाने के लिए एक हठ योगी संत अनोखी तपस्या कर रहा है।
कोरोना के खात्में के लिए हठयोगी ने अन्न त्याग दिया
इस हठयोगी ने देश और दुनियां से महामारी के खात्मे के लिए अन्न त्याग दिया है और अपनी झोपड़ी से निकलकर संत ने 15 फिट ऊंचे मचान पर आसन ग्रहण कर लिया है। योगी मचान से ही योग औऱ साधना के जरिए कोरोना महामारी से देश को निजात मिले इसके लिए माँ गंगा से विशेष प्रार्थना भी कर रहें हैं।
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संगम पर सन्नाटे से वह ख़ुद बेहद दुःखी हैं
साथ ही, संगम पर सन्नाटे से संत त्यागी जी महाराज बेहद आहत हैं। उनका कहना है कि वह लगभग 35 वर्षों से इसी संगम पर रहकर साधना कर रहें हैं लेकिन मौजूदा समय में जैसा सन्नाटा यहां पर है, ऐसा उन्होने कभी नहीं देखा था। आज संगम पर सन्नाटे से वह ख़ुद बेहद दुःखी हैं, उनका कहना है कि यहां पर देश औऱ प्रदेश से हर रोज हजारों क़ी संख्या में लोग आते थे और यहां दिन औऱ रात हर समय संगम गुलजार रहता था।
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लेकिन कोरोना जैसी महामारी से संगम पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है। लोगों क़ी ज़िंदगी का पहिया पूरी तरह से ठप्प हो गया है। देश औऱ दुनियां को कोरोना जैसी महामारी से निजात मिले इसके लिए उन्होंने संगम तट से कुछ ही दूर स्थित अपनी झोपड़ी के पास ही 15 फिट ऊंचा मचान बनाकर उसी पर आसन ग्रहण कर लिया है,और उसी पर दिन रात रहकर साधना कर रहें हैं।
रिपोर्ट: मनीष वर्मा