IAS प्रशांत कुमार थे जितने गर्म उतने ही रहे नरम, देखें ये रिपोर्ट
जिले के पूर्व डीएम प्रशांत कुमार की कुर्सी छिन चुकी है। गर्म तेवर के चलते उनका ये हाल हुआ। लेकिन वो जितने गर्म थे उतने ही नरम। वो ऐसे कि एक स्टाफ के खिलाफ ग़लत हुआ, उसकी सेवा समाप्त कर दी गई। वो भी योगी सरकार के मंत्री के निर्देश पर। अंत में डीएम ने मंत्री को सबक सिखाते हुए नर्स को बहाली दिला दी।
अमेठी: जिले के पूर्व डीएम प्रशांत कुमार की कुर्सी छिन चुकी है। गर्म तेवर के चलते उनका ये हाल हुआ। लेकिन वो जितने गर्म थे उतने ही नरम। वो ऐसे कि एक स्टाफ के खिलाफ ग़लत हुआ, उसकी सेवा समाप्त कर दी गई। वो भी योगी सरकार के मंत्री के निर्देश पर। अंत में डीएम ने मंत्री को सबक सिखाते हुए नर्स को बहाली दिला दी।
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ग़ौरतलब हो कि जिले भर में यू तो जननी सुरक्षा योजना में धन उगाही की जा रही है। परंतु मंत्री से शिकायत हुई तो एक मात्र संविदा कर्मी स्टाफ नर्स की। इस पर जगदीशपुर विधायक एवं योगी सरकार के राज्य मंत्री सुरेश पासी ने राज्यपाल व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से शिकायत किया। 22 अक्टूबर को शिकायत होती है 23 अक्टूबर को सीएमओ ने सीधे तौर पर संविदा समाप्त करने का फरमान जारी कर दिया।
मामले में जब पूर्व डीएम प्रशांत शर्मा की जानकारी हुई तो उन्होंने सीएमओ के आदेश को गलत तरीके से साबित करते हुए आदेश निरस्त कर जांच टीम गठित कर 15 तक रिपोर्ट देने का आदेश दिया।
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उधर मंत्री जी ने इसे अपनी बड़ी उपलब्धि समझा। उनके द्वारा सार्वजनिक मंचो से स्टाफ नर्स की संविदा समाप्त करने का बयान भी दिया जा रहा है। इससे साफ जाहिर है के अमेठी में सरकार के मंत्री की शह पर नियम कानून की धज्जियां अधिकारी उठा रहे है।
नर्स मिंटी थामस ने कहा...
नर्स मिंटी थामस ने कहा के हमारे खिलाफ झूठी शिकायत हुई। इस पर उच्च अधिकारियों ने हमारा पक्ष जाने बग़ैर कार्यवाई कर डाला। जिस पर हमने तत्कालीन डीएम से मिलकर अपना पक्ष रखा। तो उन्होंने हमे न्याय दिलाए जाने की बात कही थी। नर्स ने कहा के आज डीएम साहब की वजह से ही हमें इंसाफ मिला है।