Romance Scam: प्यार के नाम पर इंटरनेशनल स्कैम, सोशल मीडिया पर रोमांस स्कैम का शिकार हो रहे लोग
Romance Scam: एक साल में ठगों ने लगाई 77 करोड़ डॉलर की चपत, कोविड-19 महामारी के बाद लोगों को प्यार में फंसाकर ठगने की घटनाओं में बहुत तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है।
Romance Scam: इंटरनेट के जितने फायदे हैं, उतने ही नुकसान भी हैं। फेसबुक या सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत से ऐसे लोग हैं जो किसी को अपना दिल दे बैठते हैं यानी उन्हें किसी से प्यार हो जाता है और उसके बाद प्यार का यह सिलसिला शुरू होता है, चैटिंग शुरू हो जाती है, लेकिन यहां जिसे आप अपना प्यार समझ रहे हैं वह आपका प्यार नहीं वह अपके साथ धोखा कर रहा है या कर रही है। उसका मकसद आपको ठगना है, प्यार करना नहीं।
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ऑनलाइन डेटिंग का ट्रेंड बढ़ा है
सोशल मीडिया पर ठगी के अलग-अलग पैतरें अपनाने वाले लोगों की भी कोई कमी नहीं है। पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन डेटिंग का ट्रेंड बढ़ा है। इस ट्रेंड के साथ धोखाधड़ी के मामले भी बढ़े हैं। आज कल भारत समेत दुनियाभर में हर साल लाखों लोग प्यार में ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। कोविड-19 महामारी के बाद लोगों को प्यार में फंसाकर ठगने की घटनाओं में बहुत तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है।
ऐसा नहीं है पहले ठगी नहीं होती थी
ऐसा नहीं है कि प्यार के नाम पर पहले ठगी नहीं होती थी, लेकिन कोविड महामारी के कारण लोगों में अकेलेपन और भविष्य को लेकर अनिश्चितताओं ने उन्हें और आसान टारगेट बना दिया है। इसमें सबसे बड़ा रोल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स निभा रहे हैं। पिछले 2 सालों में ‘डिजिटल रोमांस स्कैम’ की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। इसमें लोगों को करोड़ों रुपये की चपत लगी है। ठग पहले से ही लोगों को लूटने के लिए ऑनलाइन साइट्स का सहारा लेते रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 महामारी ने उनके लिए इस काम को और आसान बना दिया है।
वर्चुअल चैट्स और वीडियो कॉलिंग ने नए रास्ते खोल दिए हैं
वर्चुअल चैट्स और वीडियो कॉलिंग के जरिए मुलाकातों ने अपराधियों के लिए नए-नए रास्ते खोल दिए हैं। अगर पिछले चार सालों में कुछ सबसे बड़े घोटालों को देखा जाए तो उसमें रोमांस स्कैम शामिल है। दुनिया में अकेलेपन, अनिश्चितता और घबराहट ने लोगों को बहुत कमजोर कर दिया है। पिछले एक साल में ऐसे स्कैम्स में 40 फीसदी की वृद्धि हुई है।
सोशल मीडिया का है बड़ा योगदान
सोशल मीडिया के जरिए होने वाले रोमांस स्कैम इतने बड़े स्तर पर पहुंच गए हैं कि इसी साल नेटफ्लिक्स ने इस पर ‘टिंडर स्विंडलर’ नाम से एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी जिसे काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। इसमें एक ठग की कहानी दिखाई गई थी जिसने हीरा कारोबारी बनकर 3 महिलाओं को ठगा था। हालांकि, उस व्यक्ति ने इन आरोपों को खारिज कर दिया, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए हुए रोमांस स्कैम एक सच्चाई हैं। इसे नकारा नहीं जा सकता है। 2021 में अमेरिका में 95,000 लोगों ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी, इसमें कुल 77 करोड़ डॉलर की ठगी की गई थी। 2019 में यह रकम 10.5 करोड़ डॉलर थी। केवल 2 साल के अंदर इसमें करीब 7 गुना वृद्धि देखी गई है। सोशल मीडिया के जरिए होने वाली ठगी के मामले में केवल रोमांस स्कैम केवल इन्वेस्टमेंट फ्रॉड से पीछे है। रोमांस स्कैम में पैसों की रिकवरी करना लगभग नामुमकिन होता है।
सीनियर सिटीजन हैं सबसे बड़ा टारगेट
इस मामले में दर्ज हुई शिकायतों पर गौर किया जाए तो ठगों ने अपना सबसे बड़ा निशाना सीनियर सिटीजन को बनाया है। हालांकि, ऐसा नहीं है कि खुद को टेक सैवी समझने वाले युवा इससे बच गए हैं। एक जानकार के अनुसार, युवाओं को लगता है कि वह प्रोद्योगिक के बीच ही बड़े हुए हैं तो उन्हें सब कुछ पता है लेकिन ऐसी जालसाजी में फंसने वाले लोगों में से एक बड़ा हिस्सा युवाओं का भी है।
इसके लिए स्कैमर्स पहले लोगों को अपने प्यार के जाल में फंसाते हैं और उसके बाद उनको ठग लेते हैं। एशिया के कई देशों में ये ऑनलाइन रोमांस स्कैम धड़ल्ले से चल रहा है। यह नेटवर्क एक सुनियोजित तरीके से काम करता है। पहले ये किसी को आॅनलाइन प्यार का मैसेज भेजते हैं या काॅल करते हैं। जब उन्हें यह मालूम हो जाता है कि वह व्यक्ति इनके चंगुल में आ गया है तो फिर वे उसके साठ ठगी कर लेते हैं। यह नेटवर्क एक सुनियोजित तरीके से काम करता है।
आइए जानते हैं आनलाइन ठगी के कुछ मामले-
केस एक----
गर्लफ्रेंड ने विदेश से गिफ्ट भेजने के नाम पर ठगे 10 लाख
आजकल एक फर्जी कॉल या मैसेज से लोग अपने लाखों रुपये पल भर में गंवा बैठते हैं। साइबर ठगी का चैंकाना वाला यह मामला राजस्थान के जयपुर से सामने आया है। यहां, कोलकाता की रहने वाली एक शातिर महिला ने खुद को इंग्लैंड निवासी बताकर जयपुर के एक युवक से पहले दोस्ती की। फिर उसे प्यार के मोह जाल में ऐसा फंसाया की युवक अपने 10 लाख रुपए गंवा बैठा। शातिर महिला ने युवक को विदेश से गिफ्ट्स भेजने की बात कही। तोहफे के लालच में फंसकर युवक वैसा करते चला गया, जैसा महिला कहती गई। इसके बाद महिला ने युवक से 10 लाख ठग लिए। चंदवाजी पुलिस ने कोलकाता की शातिर महिला को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया है।
45 वर्षीय गिरफ्तार महिला कोलकाता की रहने वाली है, और उसका नाम सोमा साहा है। सोमा ने खुद को इंग्लैंड निवासी बताकर जयपुर के अचरोल निवासी जयराम गुर्जर से दोस्ती की। सोशल मीडिया के जरिए हुई दोस्ती के बाद कई दिनों तक दोनों की चैटिंग चलती रही। लगातार चैटिंग के बाद महिला ने जयराम गुर्जर का भरोसा जीत लिया। इसके बाद शातिर दिमाग की महिला ने ठगी का चक्रव्यूह रचा। महिला के चक्रव्यूह में जयराम इस कदर अंधा हो गया और उसने अपने पिता की उम्र भर की जमा पूंजी लुटा दी। गिफ्ट देने के बहाने ठगे 10 लाख रुपए बताया जा रहा है कि जयराम के बर्थडे पर कोलकाता निवासी महिला ने इंग्लैंड से गिफ्ट भेजने की बात कही। उसने कहा कि गिफ्ट के तौर पर उसने युवक के लिए वाउचर, गोल्ड ब्रेसलेट, डायमंड घड़ी और विदेशी मुद्रा के पैकेट पार्सल कर दिए गए हैं। अगले दिन दिल्ली एयरपोर्ट पर सामान पहुंचने की बात कहकर उसने जीएसटी, मनी लांड्रिंग ड्राफ्ट, ज्यूडिशियल फीस, एडवोकेट फीस, गारंटर चार्ज और कोरियर सर्विस चार्ज के नाम पर युवक को 10 लाख रुपए जमा करवाने को कहा।
अलग-अलग अकाउंट में डाले 10 लाख
महंगे गिफ्ट के लालच में जयराम फंस गया। अगले दिन उसने महिला दोस्त की ओर से बताए गए अलग-अलग अकाउंट में अलग-अलग दिन कुल 10 लाख रुपए जमा करा दिए। पैसे लेने के बाद महिला ने जयराम से चैटिंग करना बंद कर दिया तो युवक को अपने साथ हुए ठगी का अहसास हुआ। ठगी के के यह मामला 25 मई 2019 का है। पीड़ित युवक ने चंदवाजी थाने में महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। थाना प्रभारी जितेंद्र गंगवानी और उनकी टीम ने उन अकाउंट होल्डर का पता लगाया जिन अकाउंट में जयराम ने रुपए जमा कराए थे। ये अकाउंट कोलकाता स्थित एसएस इंटरप्राइजेज कंपनी के थे। अकाउंट कंपनी की मालकिन सोमा साहा ने खुलवाए थे। सोमा ही एटीएम के जरिए बैंक अकाउंट से पैसे निकालती थी। मामले के करीब दो साल बाद चंदवाजी पुलिस ने महिला को कोलकाता से गिरफ्तार किया और जयपुर लेकर आई। कोर्ट में पेश करने के बाद महिला को 3 दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
केस-2
विदेशी महिला बन फेसबुक पर की दोस्ती, ठग लिए 18 लाख
आजमगढ़ पुलिस ने फेसबुक पर विदेशी महिला बनकर ठगी करने वाले को बिहार के नवादा से गिरफ्तार किया। आरोपी ने महिला बनकर करोड़ों रुपए देने के बहाने 18 लाख की ठगी की। पुलिस ने आरोपी के पास से छह मोबाइल और 8 सिमकार्ड बरामद किया गया है। साइबर थाना प्रभारी विमल प्रकाश राय ने बताया कि 19 अक्टूबर 2022 को सिधारी क्षेत्र के रहने वाले राजेश कुमार राय ने तहरीर दिया कि फेसबुक पर विदेशी महिला लूसी चार्लोट ने दोस्ती कर 25000 यूके पौंड व महंगे उपहार देने के नाम पर मुझसे लगभग 18 लाख की साइबर धोखाधड़ी की है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दिया। इस दौरान नवादा और नालंदा बिहार के अंतर्राज्यीय साइबर गैंग के पांच अभियुक्तों के नाम प्रकाश में आए। अभियुक्तों की तलाश में टीम बिहार गई। जहां से एक आरोपी सौरभ कुमार निवासी मिरबिघा चकवे थाना वारिसलिनगंज जिला नवादा को उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
केस-3
शादी के नाम पर यूं ठगे रुपये
नोएडा साइबर क्राइम टीम ने एक नाइजीरियन शख्स को गिरफ्तार किया। उस पर आरोप है कि वह मेट्रोमोनियल जैसी साइट्स के जरिए महिलाओं को अपने झांसे में लेकर उनसे ठगी करता था। ग्रेटर नोएडा की रहने वाली महिला की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मेडिकल वीजा पर 2018 में भारत में आया था। एथिकल हैकिंग सीख कर भारत में रहने वाले लोगों से सोशल मीडिया और मेट्रीमोनियल साइट्स के जरिए से एनआरआई बनकर भारतीय लड़कियों से दोस्ती करके उनको विश्वास में लेकर शादी करने का झांसा देकर महंगे गिफ्ट और विदेशी करेंसी भेजने के नाम पर ठगते थे। उसके साथ के ही महिलाएं और पुरुष कस्टम अधिकारी बनकर एयरपोर्ट्स पर गिफ्ट और विदेशी करेंसी को रिलीज करने के लिए लाखों रुपये की ठगी करते हैं।
जांच में बरामद कागजों से लैपटॉप का डाटा चेक करने पर यह जानकारी मिली कि विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर और लॉटरी निकालने के नाम पर हजारों लोगों के डाटा और लैपटॉप डाटा एनालिसिस से 30 हजार से अधिक ईमेल आईडी बनाकर लोगों के साथ विभिन्न सरकारी संस्थाओं जैसे सीबीआई और आरबीआई के लेटर हेड का यूज कर ठगी करते थे। आरोपी की पत्नी जोसलीन अंथोनी अन्य महिलाओं और अन्य पुरुष सहयोगियों के साथ मिलकर एक गैंग बनाकर ठगी करती थी। जांच में पता चला है कि अब तक लगभग 50 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।
आपको ऑनलाइन ठगी से बचाएंगी ये पांच बातें, जाने कैसे-
पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन डेटिंग का ट्रेंड बढ़ा है. इस ट्रेंड के साथ धोखाधड़ी के मामले भी बढ़े हैं. ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स के जरिए लोगों को फंसाया जा रहा है। ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स के जरिए लोगों को फंसाया जा रहा है। ऐसी ही ऐप्स को लेकर अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन इंटरपोल ने पिछले साल दुनिया के 194 देशों को अलर्ट जारी किया था, इसमें भारत भी शामिल है। अलर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन डेटिंग ऐप का इस्तेमाल करते वक्त सावधान रहने की जरूरत है। ऑनलाइन रिलेशनशिप निभाते समय सतर्क रहें और कुछ खास सावधानियां बरतें। ऐसे मामलों को रोकने के लिए एंटीवायरस बनाने वाली कंपनी मैकफी ने कुछ टिप्स साझा किए हैं, जिससे ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी को रोका जा सकता है।
ऑनलाइन डेटिंग ऐप से होने वाली धोखाधड़ी से इस तरह से बच सकते हैं आप।
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने से बचें
ऐसे मामलों में सीधे तौर पर मकसद धोखाधड़ी करके आपसे पैसे ऐंठना होता है। इसलिए आप ध्यान रखें कि इस तरह की डेटिंग में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ना करें इससे बचें। गैजेट्सनाउ की रिपोर्ट कहती है, ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स जैसे प्लेटफार्म पर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय डेबिट या क्रेडिट कार्ड की डिटेल दी जाती है, यही हैकर्स के लिए सुनहरा मौका होती है, जब वो यूजर के पैसों की चपत लगाता है। इसलिए ऐसा बिल्कुल भी न करें। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे मामलों में अक्सर हैकर यूजर से डेबिट कार्ड की डिटेज दोबारा लोड करने को भी कहते हैं। एक बार खाते से पैसे निकल गए तो उसकी रिकवरी होना मुश्किल हो जाता है।
डिजिटल गिफ्ट कार्ड से बचें
हैकर्स बड़ा ही शातिर होते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, धोखाधड़ी करने वाले हैकर्स ऑनलाइन डेटिंग ऐप के नाम पर डिजिटल गिफ्ट कार्ड भेजते हैं। इस तरह के कार्ड को एक्सेप्ट करने पर यूजर की डिटेल भी स्कैमर्स तक पहुंच सकती है और खतरा बढ़ता है। इसलिए अगर आपको खतरा महसूस हो रहा है तो ऐसे गिफ्ट्स पर क्लिक बिल्कुल न करें।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रहें अलर्ट
विशेषज्ञ की माने तो इस तरह की धोखाधड़ी के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का काफी इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए सबसे पहले अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल को लॉक करें। फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म प्रोफाइल को प्राइवेट करने की सुविधा देते हैं, इसलिए इनका इस्तेमाल कर सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किए जाने वाले ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स से जुड़े लिंक पर न तो क्लिक करें और न ही थर्ड पार्टी वेबसाइट से ऐसे ऐप्स को डाउनलोड करें। इससे खतरा बढ़ता है। इस बात की हमेशा सावधानी रखें।
किसी भी तरह के बहकावे में न आएं
यह हमेशा ध्यान रखें कि धोखाधड़ी करने वाले हैकर्स आपसे बात करने के बहाने मोबाइल नम्बर्स साझा करने को कहते हैं। बातचीत शुरू होने पर अपनी इमोशनल कहानी सुनाते हैं और कई तरह की स्कीम्स में निवेश करने के लिए राजी करते हैं। ऐसा करने से बचें। ध्यान रखें कि कभी भी ऐसी ऐप्स डाउनलोड करें तो गूगल प्ले स्टोर से ही करें और खुद से जुड़ी कोई भी ऐसी जानकारी न दें जिसका कोई गलत इस्तेमाल कर सके।
हैकर्स की तस्वीरें जांचें
हैकर्स की तस्वीरों की जांच करना भी जरूरी है क्योंकि ऐसे मामलों में एक ही तस्वीर का प्रयोग किया जाता है। इसलिए सामने वाले शख्स की प्रोफाइल पर जो फोटो लगी है उसे गूगल पर रिवर्स सर्च करें, या फिर उसी इंसान की और फोटो मांगें। ऐसा करने पर यह जांच पाएंगे कि सामने वाला शख्स हैकर है या कोई सामान्य इंसान।