पेट से लोहा आर-पार: हादसे ने हिला दिया हर किसी को, सभी की आँखे हुई नम

किशोर के पेट से सरिया नहीं निकले तो मशीन से सरियों को काटकर पिलर से अलग किया गया, लेकिन पेट से सरिया अलग नहीं निकल पाए।

Update:2020-07-30 13:41 IST

बागपत: ज़िलें के रमाला थाना क्षेत्र के किरठल गांव में बुधवार की शाम एक दर्दनाक हादसे मे किशोर की जान जोखिम में पड़ गई। साइकिल से जा रहे किशोर के पेट में निर्माणधीन मकान से निकले दो सरिया घुसकर आरपार हो गए। किशोर के पेट से सरिया नहीं निकले तो मशीन से सरियों को काटकर पिलर से अलग किया गया, लेकिन पेट से सरिया अलग नहीं निकल पाए। गंभीर हालत में किशोर को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।

देश में पहली बार कोरोना वायरस ने तोड़ा ये रिकाॅर्ड, बढ़ी चिंता, डरा रहीं ऐसी बातें

ये है पूरा मामला

 

बता दे कि मामला किरठल गॉव का है जहां बुधवार शाम मीरहसन का 15 वर्षीय बेटा काला गांव में साइकिल से कहीं जा रहा था। लोगों ने बताया कि गांव में एक निर्माणाधीन मकान के पिलर के दो सरिया बाहर गली की तरफ मुड़े हुए थे।गली से गुजर रहे किशोर का संतुलन बिगड़ गया और अचानक सरिया उसके पेट से होते हुए शरीर के आर पार निकल गए। किशोर की चीख-पुकार सुनकर मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। जिसने भी यह विभत्स नजारा देखा उसी के मुंह से आह निकल गई। लोगों ने किशोर के पेट से सरियों को बाहर निकालने का भी प्रयास किया मगर सफल नहीं हो पाए।

हादसे से कांपे लोग: सड़क पर उड़ गए परिवार के चीथड़े, नहीं बचा कोई

डॉक्टरों ने हालत चिंताजनक बताई

हादसे का पता चलने पर परिजन रोते बिलखते मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई। रमाला थाना इंस्पेक्टर रमेश सिंह सिद्धू पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान मशीन से सरियों को काटकर पिलर से अलग तो कर दिए गए, लेकिन दोनों सरिया पेट से नहीं निकल पाए। किशोर की चीख सुनकर वहां लोगों की आंखों से आंसू निकल आए। इस दौरान आनन फानन में एम्बुलेंस को बुलाकर किशोर को छपरौली सीएचसी पर भर्ती कराया गया। चिकित्सक भी किशोर के पेट से सरिया नहीं निकाल पाए, जिनके बाद चिकित्सकों ने किशोर को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। किशोर को बडौत के एक अस्पताल ले गए, लेकिन यहां से भी किशोर को मेरठ के लिए रेफर कर दिया। हादसे के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। डॉक्टरों ने हालत चिंताजनक बताई है।

रिपोर्टर- पारस जैन, बागपत

कल्याण सिंह-अयोध्या आंदोलन: बाबरी विद्वंश से क्यों जुड़ा इनका नाम, जाने इतिहास

Tags:    

Similar News