Jaunpur: बसपा ने किया दावा, पार्टी ने श्रीकला का टिकट नहीं काटा, दबाव में धनंजय ने लिया फैसला
Jaunpur Seat: जौनपुर से बसपा ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को टिकट दिया था। लेकिन बीते दिनों बसपा ने श्रीकला का टिकट काट कर पूर्व सांसद श्याम सिंह यादव को उम्मीदवार घोषित किया। अब इसको लेकर बसपा ने बड़ा दावा किया है।
Jaunpur Seat: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान आज शाम 6 बजे तक समाप्त हो जाएगा। तीसरे चरण के तहत यूपी की 10 सीटों पर मतदान हो रहे हैं। नेताओं के बीच वार पलटवार का दौर जारी है। इसी चुनावी गहमागहमी में एक और वार-पलटवार सामने आ रहा है वो है जौनपुर से धनंजय सिंह और बसपा के बीच का। दरअसल, लोगों के सामने सवाल यह है कि जौनपुर से पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला का टिकट बसपा ने काटा या फिर उन्होंने खुद वापस किया? इसी मुद्दे को लेकर धनंजय और बसपा के तकरार शुरू हो गए हैं। धनंजय सिंह ने दावा किया कि जौनपुर से उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी ने टिकट नहीं लौटाया। दूसरी तरफ बसपा के कोआर्डिनेटर घनश्याम खरवार ने कहा कि धनंजय सिंह ने खुद सामने से फोन कर श्रीकला के चुनाव नहीं लड़ पाने की बात कही।
खरवार के इस बयान के बाद धनंजय सिंह बुरी तरह हमलावर हो गए। अब खरवार ने एक बार फिर पलटवार करते हुए कहा कि धनंजय सिंह के दबाव में आने की बातें हम लोगों को पहले ही पता चल चुकी थी। साथ ही खरवार ने दावा किया कि धनंजय सिंह और उनकी पत्नी श्रीकला ने बच्चों के सिर पर हाथ रखकर किसी के दबाव में नहीं आने की कसम भी खाई।
दबाव में टिकट किया वापस
बसपा कोआर्डिनेटर व पूर्व सांसद घनश्याम चंद खरवार ने साफ तौर पर कहा कि धनंजय सिंह व उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी ने किसी के दबाव में टिकट वापस किया है। साथ ही घनश्याम खरवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि धनंजय सिंह से वह रविवार की रात मिले थे। उस दौरान उन्होंने धनंजय सिंह से पूछा कि कहीं कोई शंका तो नहीं है तो धनंजय सिंह और उनकी पत्नी ने अपने बच्चों के सिर पर हाथ रखकर कसम खाई की श्रीकला ही लड़ेंगी।
अचानक रात को आया धनंजय सिंह का फोन
खरवार ने आगे कहा कि कुछ देर बाद ही करीब रात 11 बजे धनंजय सिंह ने फोन कर कहा कि उनकी पत्नी श्रीकला चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। आप लोग कोई दूसरा उम्मीदवार तलाश लीजिए। इसके बाद ही पार्टी ने रात में ही बात कर अपने पूर्व सांसद श्याम सिंह यादव को प्रत्याशी बनाने के लिए तैयार किया। एक बार फिर खरवार ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि बसपा ने श्रीकला रेड्डी का टिकट नहीं काटा है।
दबाव और डर की बात पर क्या बोले थे धनंजय सिंह
इसको लेकर धनंजय सिंह ने खुद मीडिया से बात की थी और कहा था कि वे किसी के दवाव में नहीं हैं। उन्होंने टिकट वापस नहीं किया है बल्कि बसपा ने खुद टिकट काट दिया। उन्होंने आगे कहा कि वह किसी के सामने झुकने वाले नहीं हैं। पहले भी बसपा सरकार में मायावती मुख्यमंत्री थीं तो 2003 में उन के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए गए थे और उन्हें जेल भेजा गया। तब भी उन्होंने जौनपुर में बड़ी रैली कर कहा था कि वह न तो झुके हैं न झुकेंगे। तब भी माफी मांगने की अफवाह उड़ाई गई थी। एक बार फिर उन्होंने कहा कि न कभी माफी मांगी थी न मांगेंगे। श्रीकला के निर्दल भी नहीं लड़ने को लेकर कहा कि उसके लिए दस प्रस्तावक की जरूरत होती है। समय कम होने से उसका इंतजाम नहीं हो पाता।