झांसी: कमांडो की तर्ज पर स्पेशल क्यूआरटी का गठन, आतंकियों से भी केरगी मुकाबला
बंदूक ताने जवानों की ये तस्वीरें किसी बॉर्डर की नहीं हैं। ये यूपी पुलिस के जांबाज हैं। इन्हें किसी भी आतंकी घटना से निपटने के लिए विशेष तौर पर ट्रेंड किया जा रहा है। इस क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) की शुरुआत झाँसी से की गई है।
झांसी: पुलिस महानिरीक्षक सुभाष चंद्र बघेल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने पुलिस लाइन में क्यूआरटी टीम को ब्रीफ करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि ड्यूटी के दौरान वर्दीधारी एक सिपाही अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए एक सच्चे देशभक्त की तरह वेल मेंटन रहना चाहिए। हर जवान का बाल छोटा रहना चाहिए। पुलिस मैनुअल के हिसाब से ही ड्यूटी पर जवानों को दिखना चाहिए, जवानों को कर्तव्य के बारे में पूछते हुए ड्यूटी की जानकारी लेते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए उन्हें सचेत करते महत्वपूर्ण बिन्दुओं से अवगत कराया गया।
अफसरों ने उनके डंडा, हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर टीयर, गैस गन, चिली बम, टीयर गैस थ्री, इन वन कार्टिज आदि चेक किए। सभी उपस्थित क्यूआरटी टीम के कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान सतर्क रहने तथा ड्यूटी प्वाइंट पर गाड़ी से नीचे उतरकर संदिग्ध व्यक्ति एवं संदिग्ध वाहन चेक करने और उन पर सतर्क रहने के निर्देश दिये है। इस संबंध में एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि क्यूआरटी का प्रभार सीओ मऊरानीपुर मनीष सोनकर को दिया गया। सीओ मऊरानीपुर के निर्देश पर टीम कहीं भी धावा बोल सकती है।
पुलिस को आतंकवादी घटना से निपटने के लिए विशेष ट्रेनिंग
बंदूक ताने जवानों की ये तस्वीरें किसी बॉर्डर की नहीं हैं। ये यूपी पुलिस के जांबाज हैं। इन्हें किसी भी आतंकी घटना से निपटने के लिए विशेष तौर पर ट्रेंड किया जा रहा है। इस क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) की शुरुआत झाँसी से की गई है। ट्रेनिंग में इन्हें स्टन ग्रेनेड (आवाजी बम) से आतंकी को तीन सेकंड में पकड़ने का टारगेट दिया जा रहा है। यह बम आतंकी की सुनने और समझने की क्षमता की तीन सेकंड के लिए बाधित कर देता है। इसी समय में कैसे उसे काबू में करें? बिल्डिंग में घुसने के लिए थ्री एस (शॉक, स्पीड और सरप्राइज) का कैसे इस्तेमाल करें और अंधेरे में हथियार कैसे असेंबल करें यह सब सिखाया जा रहा है। इस क्यूआरटी को शहर के भीड़भाड़ वाले स्थानों पर तैनात किया जाएगा।
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खुरापातियों के मजबूत किले में सेंध की तैयारी
पंचायत चुनाव के बाद पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती में सुरक्षित मतदान करवाना होगा। हालांकि इस क्षेत्र में चुनावी तैयारियां पहले से चल रही है। वह चाहे सुरक्षा की हों या मतदाताओं को जागरुक करने कीं। सुरक्षित, शांत एवं विश्वासपूर्ण माहौल में मतदान संपन्न कराने को झाँसी में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। खुराफाती तत्वों पर निगराने रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्वेलांस व आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रिक्शन टीम (क्यूआरटी) तैयार की गई है।
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पंचायत चुनाव के मद्देनजर खुरापाती तत्वों द्वारा मतदान में गड़बढ़ी करने की पूरी संभावना रहती है। इसके मद्देनजर ऐसे तत्वों के लिए क्यूआरटी तैयार की गईहै। सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त को बढ़ाया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक और वीडियो सर्वेलांस पर पुलिस ने अपने स्तर पर जिले में सक्रिय संदिग्ध तत्वों पर निगरानी शुरु कर दी है। लोगों को चुनाव से दूर रखने के लिए धमकाने वाले तत्वों की धरपकड़ की जा रही है। राजनीतिक दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी चुनाव आयोग की अवज्ञा से रोकने और अवज्ञा करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए एक तंत्र तैयार किया है।
रिपोर्ट: बीके कुश्वाहा
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