स्मार्ट सिटीः 2 करोड़ 21 लाख का खेल, वाटर एटीएम और मोबाइल वाटर एटीएम फेल
Jhansi News: विभिन्न स्थानों पर लगाए गए 500 लीटर की क्षमता वाले वाटर एटीएम भी कभी खाली नहीं हुए, जिन्हें दोबारा भरने के लिए प्लांट से टैंकर पानी लेकर वहां पहुंचे हों।
Jhansi News: स्मार्ट सिटी के आरओ प्लांट के पानी की डिमांड न होने से लोग इसे खरीद नहीं रहे हैं। हालात यह हैं कि प्लांट और वाटर एटीएम में भरा पानी न बिक पाने की वजह से व्यर्थ में जमीन पर बहाना पड़ जाता है। ऐसे में 2 करोड़ 21 लाख रुपय पानी में बहते नजर आने लगे हैं।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने महानगर में 5 हजार लीटर की क्षमता वाली टंकी रखकर आरओ प्लांट लगाया था। उम्मीद थी कि आरओ से दिन भर पानी को शुद्ध करके टंकी को बार-बार भरा जाएगा और महानगर में इसकी लगातार सप्लाई होगी। इसके लिए पांच-पांच सौ लीटर क्षमता वाले दस वाटर एटीएम विभिन्न स्थानों पर लगा दिए साथ ही पांच-पांच सौ लीटर क्षमता वाले दो मोबाइल वाटर एटीएम भी शहर में दौड़ा दिए। पर उम्मीद के अनुरूप कुछ भी नहीं हुआ। हालात यह है कि सभी तामझाम से पूरे शहर में बमुश्किल हजार लीटर पानी की ही खपत हो पा रही है। हालत यह है कि वाटर एटीएम में भरे पानी को सातवें दिन खाली करके बहाना पड़ जाता है।
महानगर के लोगों को आरओ का शुद्ध पानी मुहैया कराने के उद्देश्य से स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 2 करोड़ 21 लाख रुपए की लागत से दीनदयाल सभागार के सामने आरओ प्लांट की स्थापना की थी। इसके साथ ही शहर के चुनिंदा स्थानों पर दस वाटर एटीएम भी लगाए। इन वाटर एटीएम में एक रुपये का सिक्का डालने पर 200 मिलीलीटर ( लगभग एक गिलास) पानी निकलता है। वहीं, पांच रुपये का सिक्का डालने पर पांच लीटर पानी निकलता है। इसके अलावा ऑनलाइन या कार्ड से दस रुपये अदा करने पर बीस लीटर पानी निकलता है। यह व्यवस्था मोबाइल वाटर एटीएम में भी है। आरओ प्लांट में भी पांच हजार लीटर की टंकी रखवाई गई ताकि बोरिंग से प्राप्त किए गए पानी को प्लांट से शुद्ध करके टंकी को भरा जा सके। पर, बताया गया कि कभी भी पांच हजार लीटर की टंकी को एक दिन में दोबारा भरने की जरूरत ही नहीं पड़ी। वहीं विभिन्न स्थानों पर लगाए गए 500 लीटर की क्षमता वाले वाटर एटीएम भी कभी खाली नहीं हुए, जिन्हें दोबारा भरने के लिए प्लांट से टैंकर पानी लेकर वहां पहुंचे हों।
दोबारा नहीं भरना पड़ता वाटर एटीएम
कई वाटर एटीएम खराब पड़े हैं, मोबाइल वाटर एटीएम सड़कों पर नजर नहीं आते हैं। वहीं, प्लांट के बाहर खड़े 2000 लीटर की क्षमता वाले टैंकर को भी पानी ढोकर वाटर एटीएम को रोजाना बार बार नहीं भरना पड़ता है।