Jhansi News: सरकार ने 14 दवाओं पर लगाया प्रतिबंध, झांसी के अंदर 4 से 5 करोड़ का स्टॉक होने की संभावना
Jhansi News: इन दवाइयों के सेवन से बुखार, सिर दर्द या माइग्रेन में तुरंत आराम तो मिल जाता है लेकिन अब ये दवाइयां बाजारों में मिलनी बंद हो जाएगी।
Jhansi News: क्या आप भी बुखार, सिर दर्द या माइग्रेन में तुरंत आराम देने वाली दवाइयों का सेवन करते हैं, अगर हां, तो अब आपको ये दवाइयां मिलनी बंद हो जाएंगी। बता दें, इनसे आराम देने वाली दवाइयों को एफडीसी यानी फिक्स्ड डोज कांबिनेशन कहा जाता है। इन दवाइयों के सेवन से बुखार, सिर दर्द या माइग्रेन में तुरंत आराम तो मिल जाता है लेकिन अब ये दवाइयां बाजारों में मिलनी बंद हो जाएगी। इसलिए कह रहे हैं क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार ने इन एफडीसी दवाइयों पर प्रतिबंध लगा दिया है। एफडीसी दवाइयों पर प्रतिबंध को लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
बीते साल अप्रैल में सरकार द्वारा बनाई गई विशेष सलाहकार समिति ने इन फिक्स्ड डोज कांबिनेशन दवाइयों को लेकर अपनी रिपोर्ट पेश की थी। पेश की गई रिपोर्ट में यह कहा गया था कि इन तुरंत आराम देने वाली दवाइयों का कोई भी मेडिकल प्रूफ नहीं है। ऐसे में इन दवाइयों से शरीर को काफी नुकसान पहुंच सकता है। सलाहकार समिति की रिपोर्ट पर अब केंद्र सरकार ने फैसला लेते हुए इन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अधिसूचना जारी की है। प्रतिबंधित दवाओं में सामान्य संक्रमण जैसे सर्दी खांसी, कफ, बुखार को ठीक करने वाली निमेसुलाइड और पैरासिटामोल टैबलेट के अलावा क्लोफेनिरामाइन मेल और कोडाइन सिरप का कांबिनेशन, फोल्कोडाइन और प्रोमेथाजाइन, एमोक्सोलिन और ब्रोहेक्साइन हैं। इनके अलावा ब्रोहेक्साइन और डेक्सट्रोमेथोरफैन और अमोनियम क्लोराइड और मेंथोल, पैरासिटामोल और ब्रोहेक्साइन और फेनाइलेफराइन और क्लोरफेनिरामाइन और गुइफेंसिन और सैलबुटामोल और ब्रोहेक्साइन के कॉम्बिनेशन वाली दवा शामिल है।
इन दवाइयों पर लगाया प्रतिबंध-
सालबुटामॉल, क्लोरफेनिरामाइन
फोल्कोडाइन, प्रोमेथाजीन
निमेसुलाइड़ पेरासिटामोल
क्लोरफेनिरामाइऩकोडीन सिरप
ब्रोमहेक्सिन, डेक्सट्रोमेथॉर्फन, अमोनियम क्लोराइड़ मेंथॉल
एमोक्सिसिलिन, ब्रोमहेक्सिन
पेरोसिटामोल, ब्रोमहेक्सिन फेनिलेफ्राइन, क्लोरफेनिरामाइन, गुइफेनेसिन
क्या होती है एफडीसी दवाएं-
एफडीसी यानी फिक्स्ड डोज कॉबिनेशन दवाइयां अलग- अलग दवाइयों के मिश्रण से तैयार की जाती है। एक तरह से देखा जाए तो ये कई दवाइयों का मिक्स कॉकटेल है। साल 2016 में सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) के आदेश पर बनाई गई एक विशेष पैनल द्वारा यह कहा गया था कि इन एफडीसी दवाइयों को बिना किसी वैज्ञानिक आधार के बेचा जा रहा है। ऐसे में सरकार ने उस समय भी 334 ड्रग कॉम्बिनेशन को बनाने, बेचने और बांटने पर रोक लगा दी थी। वहीं, अब इसी तरह की 14 दवाओं को सरकार ने बैन कर दिया है।
झाँसी के अंदर 4 से 5 करोड़ का स्टॉक होने की संभावना है-
केंद्र सरकार द्वारा 2 जून 2023 को 14 दवाओं को प्रतिबंध लगा दिया गया है निश्चित रूप से ही सरकार के द्वारा यह निर्णय जनहित में जारी किया गया होगा। बताते हैं कि जनपद झाँसी के अंदर अनुमानित 4 से 5 करोड़ का स्टॉक होने की संभावना है। 4 से 5 दिन काउंटिंग की जाएगी तब पता पड़ेगा कितने का स्टॉक है। दवा व्यापारी नेताओं ने अपने दवा विक्रेताओं से अपील की है कि साथियों इस काम को बड़ी तत्परता के साथ 14 प्रोडक्टों की कॉन्बिनेशनओं को पढ़ने के बाद अपनी प्रतिष्ठान पर जो भी प्रोडक्ट रखे हैं हटाकर अपने-अपने स्टॉकिस्ट पर भेज दे। सभी होलसेल बंधुओं से अपील है कि जो भी स्टॉक आ रहा है। वह आपको लेना है और और तत्काल प्रभाव से सीध्एफ या कंपनी के डिपो पर वापस करना है, उसका एक डांटा बनाकर औषधि विभाग झाँसी को देना है। इस काम में बड़ी तत्परता दिखाएं और कानूनी प्रक्रिया और छापेमारी से बचें।
इनका कहना है-
निश्चित रूप से ही सरकार द्वारा जो प्रतिबंधित दवाइयां की सूची जो जारी की गई है जनहित रहेगी इससे युवा पीढ़ी में नशे की कटौती होगी।
राजेंद्र अग्रवाल अध्यक्ष डिस्ट्रिक्ट केमिस्ट एसोसिएशन झांसी
इनका कहना है-
जनपद झाँसी के सभी डॉक्टरों से अपील है कि जो प्रतिबंधित दवाइयां की लिस्ट जारी हुई है कृपया अपने पर्चे पर मरीजों को यह दवाइयां ना लिखें।
नितिन मोदी महामंत्री डिस्ट्रिक्ट केमिस्ट एसोसिएशन झांसी