Jhansi News: मसीहागंज, शिवाजी नगर सहित 6 अन्य वार्डों में डेंगू का खतरा अधिक
Jhansi News: संचारी रोगों की रोकथाम के लिए 1 अप्रैल से विशेष अभियान प्रारंभ किया जाएगा। इसके तहत हर वार्ड में फागिंग, नालियों में दवा का छिड़काव किया जाएगा।
Jhansi News: गर्मियां प्रारंभ हो गयीं हैं। अधिकतम तापमान भी 41 डिग्री तक पहुंच गया है, ऐसे में मच्छरों का प्रकोप बढ़ना शुरू हो गया है। जब बिजली गुल हो जाती है तो लोग मच्छरों से बिलबिला जाते हैं। यदि समय रहते मच्छरों पर नियंत्रण न किया गया तो मलेरिया और डेंगू अपने पैर पसार सकते हैं।
बीते वर्षों में नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और मलेरिया के मरीजों को देखते हुए झांसी महानगर संवेदनशील वार्ड चिन्हित किए थे। जहां इन रोगों का खतरा ज्यादा हो सकता है। इनमें शिवाजी नगर, कोछाऊांवर, पिछोर, गुमनावारा, डडियापुरा प्रथम व द्वितीय, मेडिकल कॉलेज क्षेत्र, पुलिस लाइन और सीपरी बाजार के मसीहागंज को शामिल किया गया। इन क्षेत्रों में सफाई और मच्छरों के नियंत्रण पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।
ठहरे पानी में पनपते हैं डेंगू के मच्छर
डेंगू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका साफ-सफाई है। घर के आसपास गंदगी और जल भराव न होने दें। जल ठहराव या भराव न होने से मच्छरों के लार्वा नहीं पनप सकेंगे। इसी तरह यदि घर के कूलर या अन्य सामान में पानी भरा है तो उसे तुरंत साफ कर दें। क्योंकि इन स्थानों पर मच्छरों के पनपने की संभावना ज्यादा रहती है।
संचारी रोगों पर विशेष अभियान 1 अप्रैल से
संचारी रोगों की रोकथाम के लिए 1 अप्रैल से विशेष अभियान प्रारंभ किया जाएगा। इसके तहत हर वार्ड में फागिंग, नालियों में दवा का छिड़काव किया जाएगा। इसके तहत 60 वार्डों में से एक दिन 30 वार्डों में धुएं(फॉगिंग) की जाएगी तो उसके अगले दिन दूसरे 30 वार्ड में फॉगिंग की जाएगी। इस प्रक्रिया में मोटरसाइकिल पर छोटी फॉगिंग मशीन को रखकर गलियों तक में धुंआ छोड़ा जाता है। वहीं बड़ी मशीन से विस्तृत क्षेत्र में यह कार्य किया जाता है। इस कार्य में 35 व्यक्ति लगे हैं। यदि किसी वार्ड में डेंगू का मरीज पाया जाता है तो उस वार्ड में ब्लास्टिंग की जाएगी। यानि 7-8 मशीनों को एकसाथ वार्ड में भेजकर फॉगिंग कराई जाती है। ऐसा करने से मच्छर और उसके लार्वा नष्ट हो जाते हैं।