Jhansi News: बेशर्मी: तमाम सख्ती के बाद भी खुले में शौच से नहीं चूक रहे लोग

Jhansi News: बड़ागांव गेट बाहर वार्ड में मुख्य सड़क की समस्या प्रमुख है। सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है। कई बार मांग करने के बाद भी यहां काम नहीं कराए गए। कचरा निस्तारण भी रोजाना नहीं होता है जिसकी वजह से गंदगी नजर आती है।

Report :  B.K Kushwaha
Update: 2024-03-30 06:05 GMT

सड़क किनारे फैली गन्दगी  source:Newstrack  

Jhansi News: झांसी के वार्ड नम्बर 50 बड़ागांव गेट बाहर की समस्याएं भी बड़ी हैं। यहां गंदगी तो है साथ ही सड़कों पर भी बड़े-बड़े गड्ढे नजर आ रहे हैं। गड्ढों और नालियों में जल भराव मच्छरों के प्रजनन की सबसे मुफीद जगह है जोकि आने वाले समय में स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। स्थानीय समस्याओं को लेकर लोगों का कहना है कि गर्मियां प्रारंभ होते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ सकता है। यहां विशाल नाला होने की वजह से समस्या और बढ़ सकती है। संचारी रोगों की रोकथाम के लिए चलाए जाने वाले अभियान में यहां बड़े स्तर पर काम करने की आवश्यकता है।

बड़ागांव गेट बाहर वार्ड में मुख्य सड़क की समस्या प्रमुख है। सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है। कई बार मांग करने के बाद भी यहां काम नहीं कराए गए। कचरा निस्तारण भी रोजाना नहीं होता है जिसकी वजह से गंदगी नजर आती है। बड़ागांव गेट बाहर झांसी के परकोटे से लगा नाला है। खुले में शौच करने के तमाम प्रतिबंध के बाद भी लोग बड़ी बेशर्मी से इस नाले पर लोटा लेकर शौच करते देखे जा सकते हैं।

पूर्व पार्षद किशोरी लाल रायकवार का कहना है कि बड़ागांव गेट भूतनाथ मंदिर के पहले सीवर प्लांट है, नाले के पास प्लांट पर बेतहाशा गंदगी है। यहां तमाम नसीहतों के बाद भी लोग खुले में कूड़ा डलते नजर आते हैं।

मंदिर के पास साफ सड़कों की मांग

बड़ागांव गेट बाहर महाकालेश्वर मंदिर सुगंध पुरी का बाग महाकालेश्वर व मंदिर प्रवेश गेट के पास ही लोग घरों का कचरा फेंकते हैं। ऐसे में यहां गंदगी का ढेर लगा रहता है। बड़ागांव गेट बाहर श्मशान घाट के गेट पर हाथ ठेला में भरा कचरा फेंका जाता है जो बिखरकर सड़क पर फैल जाता है। पूर्व पार्षद का कहना है कि बड़ागांव गेट बाहर मोहल्ला निषाद नगर जिसे ढिमरयाना के नाम से जाना जाता था मुहल्ले की नालियों में गंदगी और कचरा भरा रहता है। हालात यह हैं कि बदबू की वजह से इस मुहल्ले में रहने वाले लोगों के रिश्तेदार तक यहां आने से कतराते हैं। यहां महीनों में एकाध बार नाली साफ की जाती है।

स्थानीय निवासी प्रीति का कहना है कि यहां प्रमुख समस्या सफाई और सड़क की है। यहां नियमित सफाई न होने से यह समस्या बढ़ती जा रही है। स्थानीय निवासी सुषमा का कहना है कि गर्मियां प्रारंभ हो गयीं हैं ऐसे में यहां रोजाना नाले-नालियों से कचरे की सफाई और नियमित फॉगिंग की जाना जरूरी है।

बड़ागांव गेट बाहर निवासी कल्लू भार्गव का कहना है कि मच्छरों की रोकथाम के लिए यहां नालियों की नियमित सफाई कराना आवश्यक है। साथ ही कूड़ा निस्तारण की भी पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए। 

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