Jhansi News: दारोगा की कारगुजारी से दुखी सफाई कर्मचारी ने डोंगरी बांध में कूदकर दे दी जान
Jhansi News: शुक्रवार की सुबह जानकारी मिली कि बबीना थाना क्षेत्र के डोंगरी बांध में एक युवक की लाश मिली है। इस आधार पर वह अपने घर के सदस्यों के साथ वहां गया तो लाश की पहचान की।
Jhansi News: दारोगा की कारगुजारी से दुखी पंचायत के सफाई कर्मचारी ने अपनी जान दे दी है। ब्याज पर पैसा देकर दुगुना रकम दारोगा वसूलता है। पैसा न देने पर आए दिन प्रताड़ित करता है। इन्हीं कारणों से परेशान होकर सरकारी कर्मचारी ने आत्महत्या की है। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। उक्त कर्मचारी दो दिनों से लापता था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के राजगढ़ में अमित कुमार करोसिया परिवार समेत रहता था। वह ग्राम पंचायत में सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात था। वह विकास भवन में ड्यूटी पर था। बताते हैं कि अमित कुमार अपनी पत्नी सीता के साथ ससुराल गया था। इसके बाद वह ससुराल में अपनी बीबी को छोड़कर चला गया था। ससुराल में मोबाइल फोन व बाइक छोड़ गया था। मृतक के साले नयननिधि ने बताया कि जीजा अमित कुमार की तलाश की मगर पता नहीं चला था। इस मामले में प्रेमनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। साथ ही सोशल मीडिया पर जीजा की फोटो भी वायरल की थी। शुक्रवार की सुबह जानकारी मिली कि बबीना थाना क्षेत्र के डोंगरी बांध में एक युवक की लाश मिली है। इस आधार पर वह अपने घर के सदस्यों के साथ वहां गया तो लाश की पहचान की। यह लाश उसके जीजा की थी।
जीजा ने कुछ लोगों से ले लिया था कर्ज
नयननिधि ने बताया कि उसके जीजा अमित कुमार ने कुछ लोगों से कर्ज ले लिया था। इसमें एक दारोगा भी शामिल था। पिछले तीन माह से दारोगा उसके जीजा को बहुत परेशान कर रहा था। कभी घर आकर गाली गलौज करता था तो कभी विकास भवन कार्यालय में जाकर अभ्रदता करता था। इस कारण उसके जीजा बहुत परेशान रहते थे।
16 जुलाई को भी जीजा ने जान देने की कोशिश की थी
साले ने बताया कि जीजा की तीन माह से प्रताड़ना बहुत बढ़ गई थी। 16 जुलाई को भी जीजा अमित ने बांध के गेट पर चढ़कर जान देने की कोशिश की थी। तब एक वीडियो भी बनाया था। जिसमें वे दारोगा और उसके भाई की प्रताड़ना के बारे में बता रहे थे। वीडियो में जीजा कह रहा है कि मैंने दो भाइयों से एक लाख अस्सी हजार रुपये उधार पर लिए थे। इन्होंने उसके दो चेक, स्टांप, आधार कार्ड, पैन कार्ड रख लिए थे। जीजा हर माह नौ हजार रुपए ब्याज पर देता था। एक साल से ब्याज देने में जीजा असमर्थ था। जिससे ये गाली गलौज कर मारपीट करते थे। इससे मैं आत्महत्या कर रहा हूं। परिजनों का कहना है कि दोनों भाइयों में से एक दारोगा है।
तीन बेटिय़ों के सिर से उठा पिता का साया
विकास भवन में संविदा पर तैनात अमित बाल्मीकि की मौत के बाद परिवार में मातम का माहौल है। अमित की तीन बेटियां हैं जो पिता की मौत के बाद बेसहारा हो गई।
पुलिस ने शुरु की जांच
बबीना थाना प्रभारी का कहना है कि अमित के गायब होने की गुमशुदगी प्रेमनगर थाने में दर्ज है। आगे की जांच प्रेमनगर पुलिस करेगी। इस मामले में अभी तक कोई लिखित तहरीर नहीं आई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।