भैंस बन गई जज: फिर ऐसे सुनाया फैसला, थानेदार ने तुरंत कराया अमल
भैंस के आगे बीन बजाए, भैंस खड़ी पगुराय। यह कहावत तो सभी ने सुनी होगी । राजनीतिक दलों के विरोध प्रदर्शनों के दौरान अक्सर इस कहावत का इस्तेमाल किया जाता है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के एक पुलिस थाने में भैंस ने न्यायाधीश बनकर ऐसा फैसला सुनाया जिसे मानने के लिए सभी बाध्य हो गए। भैंस के सुनाए फैसले को थाना अध्यक्ष ने लागू कराया और सभी पक्षकारों ने भैंस के निर्णय को खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया।
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यह कहावत तो सभी ने सुनी होगी...
भैंस के आगे बीन बजाए, भैंस खड़ी पगुराय। यह कहावत तो सभी ने सुनी होगी । राजनीतिक दलों के विरोध प्रदर्शनों के दौरान अक्सर इस कहावत का इस्तेमाल किया जाता है। कई बार तो राजनीतिक दल के कार्यकर्ता अपने साथ भैंस भी लेकर प्रदर्शन में पहुंच जाते हैं।
कार्यकर्ताओं को भैंस के आगे बीन बजाते हुए देखना मनोरंजन का विषय भी बन जाता है। इस तरह के तमाम वाकयों के बीच उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले की तिर्वा कोतवाली में ऐसा दिलचस्प मामला देखने को मिला है।
जिसमें भैंस ने न्यायाधीश बनकर विवाद का फैसला सुनाया है और सभी पक्षकारों ने फैसले को स्वीकार भी कर लिया है। यही इतना नहीं कोतवाली पुलिस ने जज बनी भैंस के फैसले को तत्काल लागू भी करा दिया।
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क्या है मामला
कन्नौज की तिर्वा कोतवाली में एक भैंस की मिल्कियत का विवाद पेश हुआ। अलग-अलग दो लोगों ने एक ही भैंस का मालिक होने का दावा किया। दोनों ही ग्रामीण अलग- अलग गांव के निवासी हैं।
बताया जाता है कि एक ग्रामीण ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई की कि उसकी एक लाख रुपये से भी ज्यादा कीमत वाली भैंस चोरी हो गई है और वह दूसरे गांव में एक व्यक्ति के पास मौजूद है। पुलिस ने भैंस समेत दूसरे शख्स को थाने में बुलाया तो उसने दावा किया कि यह भैंस उसकी है। वह कई महीने पहले इसे खरीद कर लाया है।
दोनों दावेदारों की ओर से गवाह भी मौजूद थे ऐसे में पुलिस गहरे चक्कर में पड़ गई कि आखिर किस तरह से भैंस के असली मालिक की पहचान की जाए। आखिरकार कोतवाली के इंस्पेक्टर ने कहा कि भैंस ही बताएगी कि उसका असली मालिक कौन है?
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भैंस अपने पुराने व असली मालिक के साथ चली गई
भैंस को कोतवाली परिसर में खुला छोड़ दिया गया और दोनों दावेदारों से कहा गया कि वह भैंस को बुलाएं। भैंस जिसके साथ चली जाएगी वही इसका मालिक होगा। दोनों दावेदार इस बात पर राजी हो गए। भैंस को दोनों ने पुकारा लेकिन भैंस अपने पुराने व असली मालिक के साथ चली गई।
कोतवाली पुलिस ने भैंस के इस फैसले पर अपनी मुहर लगाकर असली मालिक के साथ भैंस को उसके घर भिजवा दिया। अब दूसरा पक्ष भैंस के इस फैसले से निराश है। थाने में मौजूद लोगों ने कहा कि उस पर अब यही कहावत सटीक बैठ रही है कि "गई भैंस पानी में" ।
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रिपोर्ट-अखिलेश तिवारी