Kanpur News: एक और पाखंडी के अंधविश्वास के अंधेरे में जी रहे लोग

Kanpur News: बाबा हरिओम भी कैंसर से लेकर शुगर तक की बीमारी का इलाज और बड़ी से बड़ी बीमारी को फूंक मार खत्म करने का दावा करता है। बाबा हरिओम नल के पानी को फूंक मारकर अमृत में बदलने का दावा करता है।

Report :  Manoj Singh
Update:2024-07-07 14:38 IST

बाबा हरिओम के दरबार में भक्त (Pic: Newstrack)

Kanpur News: बीते दिनों आपने देखा हाथरस में पाखंडी बाबा के अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर सैकड़ो लोगों ने अपनी जान गवा दी। इसके बाद बाबा सूरजपाल के तरह-तरह के खुलासे हुए और बाबा सूरजपाल अपने आपको भगवान मानता था, इसकी हकीकत लोगों के सामने आ गई। ऐसे ही एक बाबा कानपुर देहात में अंधविश्वास में लोगों को डालकर भगवान के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा है और लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर रहा है। बाबा 20-20 रुपये का पानी बेचकर लोगों से ठगी कर रहा है, यह बाबा देवराहट थाना क्षेत्र के चैन का पुरवा गांव में बने शक्ति पीठ का मठाधीश बाबा हरि ओम महराज के नाम से जाना जाता है। 

बाबा हरि ओम महराज ने भी हाल ही में अपने पाखण्ड के धंधे का शुरू किया है। बाबा के दरबार में भी लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी है और यह बाबा भी पाखंड का साम्राज्य उन्ही बाबाओ की तरीके फैला रहा है। बाबा हरिओम भी कैंसर से लेकर शुगर तक की बीमारी का इलाज और बड़ी से बड़ी बीमारी को फूंक मार खत्म करने का दावा करता है। बाबा हरिओम नल के पानी को फूंक मारकर अमृत में बदलने का दावा करता है। यही पानी लोगों को पिलाकर सही करने का दावा करता है। यहां तक की जिन महिलाओं को बच्चे नहीं होते हैं उनको भी पाखंडी अमृत वाला पानी पिलाकर बच्चे होने की समस्या को दूर करता है। 


बाबा का दावा है कि मंत्रो से पानी अमृत बन जाता है। बाबा हरिओम भोली भाली जनता से इस अमृत नाम के पानी के एवज में 20 चार्ज करता है। बाबा हरिओम से जब मीडिया ने बात करनी चाहिए तो उसने भगवान की इजाजत न कहते हुए कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उसने कहा कि भगवान जब उसे इशारा देंगे तो सबके सामने आकर अपना परिचय देगा। हालांकि, बाबा हरिओम भी अपने आप को भगवान से काम नहीं मानता है। मंच पर बैठकर लोगों से अपनी पूजा करने के लिए कहता है, जो लोग प्रसाद फूल भगवान को चढ़ाने के लिए लाते हैं, वह बाबा अपने ऊपर ही चढ़ाने के लिए ही कहता है। अब देखना होगा की ढोंगी बाबा सूरजपाल की तरह बाबा हरिओम का पाखंड किस हद तक जाएगा। 

Tags:    

Similar News