Kanpur Dehat News: डाक्टर के गलत इलाज और आक्सीजन न लगाने की वजह से मासूम बच्ची ने तोड़ी, परिजनों ने जमकर किया हंगामा
Kanpur Dehat News: कानपुर देहात के सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद डॉक्टर के द्वारा गलत इलाज और ऑक्सीजन ना लगाने के चलते 4 साल की बच्ची ने दम तोड़ा।
Kanpur Dehat News: कानपुर देहात के सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद डॉक्टर के द्वारा गलत इलाज और ऑक्सीजन ना लगाने के चलते 4 साल की बच्ची ने दम तोड़ा। इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। वहीं हंगामा पर काबू पाने के लिए 6 थानों की फोर्स मौके पर बलाई गई। अपने जिगर के टुकड़े के लिए रोते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद चिकित्सक डॉ सादिक अली के द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से और समय पर बच्ची को ऑक्सीजन न मिलने के चलते 4 वर्ष की मासूम बच्ची ने अस्पताल में तड़प कर दम तोड़ दिया।
किताब विपिन कुमार निवासी कस्बा सिकंदरा ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी बच्ची को सिर्फ उल्टी व दस्त आई थी। जिस पर परिजन 4 वर्ष की मासूम बच्ची को दिखाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा लाए थे। सूत्रों से पता चला कि मौके पर मौजूद डॉक्टर सादिक अली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा में ना मौजूद हो कर कस्बे के पास चल रहे उर्स के कार्यक्रम में गए हुए थे। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कर्मचारियों द्वारा डॉक्टर सादिक अली को मरीज आने की सूचना दी गई तो मौके पर पहुंचे डॉ सादिक अली ने ऑक्सीजन के लिए तड़प रही बच्ची को ऑक्सीजन नहीं दिया। कहने लगे कि ऑक्सीजन नहीं है जबकि परिजनों ने कहा कि हॉस्पिटल के अंदर ऑक्सीजन प्लांट तो लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन नहीं और उन्होंने मासूम बच्चे को लगातार दो इंजेक्शन लगा दिए।
इंजेक्शन लगाते ही बच्ची की हालत अचानक बिगड़ गई और बच्ची ने स्ट्रेचर पर ही चंद मिनटों में दम तोड़ दिया। जैसे ही बच्ची ने दम तोड़ा तो परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जमकर बवाल काटा। बवाल की सूचना जैसे ही थाना सिकंदरा पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति बिगड़ते हुए देख जिले के पुलिस विभाग के आला अधिकारी को सूचित किया। आला अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए तत्काल मौके पर 6 थानों की फोर्स भेज दिया। मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी रविकांत गोंड के द्वारा परिजनों से बातचीत की गई, वहीं परिजनों से उप जिलाधिकारी सिकंदरा आशीष कुमार मिश्रा ने भी बातचीत की।
आशीष कुमार मिश्रा ने कहा कि मामले की गहनता से जांच कराई जाएगी और उसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही की जाएगी। तब कहीं जाकर परिजन शांत हुए और पुलिस ने बच्ची के शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। लेकिन ऐसे हादसे से एक मां की गोद सूनी हो गई और तीन भाइयों के हाथ बांधने वाली राखी के हाथ अब उनकी जिंदगी से सदा के लिए चले गए थे। कैसे एक डॉक्टर एक मासूम बच्ची के मौत का कारण बना और बच्ची को मौत के मुंह में झोंक दिया।