विकास दुबे की लोकेशन मिली: पुलिस शिकंजे से दूर नहीं, यहां हो सकता है छिपा

कानपुर से आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार कुख्यात अपराधी विकास दुबे की तलाश में पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस ने विकास की अंतिम लोकेशन ट्रेक कर ली है।

Update:2020-07-05 11:59 IST

औरैया: कानपुर से आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार कुख्यात अपराधी विकास दुबे की तलाश में पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने विकास की अंतिम लोकेशन ट्रेक कर ली है। उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में उसकी मौजूदगी पाई गयी। वहीं पुलिस को आशंका है कि वह औरैया से सटे मध्य प्रदेश की ओर भाग सकता है।

यूपी पुलिस को विकास दुबे की तलाश:

चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित अपने गाँव से पुलिसकर्मियों पर हमला कर फरार हुए गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश जारी है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रदेश के 7000 पुलिसकर्मी ऑपरेशन में लगाए गए हैं। चौबेपुर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। विकास दुबे पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया है। उसके सारे बैंक खाते सील कर दिये गए हैं। सर्च ऑपरेशन के लिए 20 टीमों का गठन कर दिया है।

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विकास दुबे का साथी गिरफ्तार:

इसी कड़ी में आज गैंगस्टर विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि कानपुर पुलिस और दयाशंकर के बीच रविवार तड़के करीब चार बजकर 40 मिनट पर कल्याणपुर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान दयाशंकर के पैर में गोली लग गई है। उतर प्रदेश पुलिस ने दयाशंकर के ऊपर 25 हजार का इनाम रखा था।

कानपुर एनकाउंटर में अब तक हुए बड़े खुलासे:

यूपी पुलिस ने विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर जांच शुरू की तो एक के बाद एक ऐसे चौकाने वाले खुलासे हुए जिससे पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। पूरा का पूरा एनकाउंटर डिपार्टमेंट के कुछ पुलिसकर्मियों की मिलीभगत के कारण इतना बड़ा गोलीकांड हो गया। पता चला कि पुलिस दबिश की जानकारी अपराधियों को पहले से ही थी। उसके बाद जांच में परत से परत हटती चली गयी।

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विकास की कॉल डिटेल में 24 पुलिसकर्मियों के नाम

जब पुलिस ने विकास की कॉल डिटेल खंगाली तो होश उड़ गए। उसकी कॉल डिटेल में कुल 24 पुलिसवालों के नाम सामने आए हैं। सूत्रों के मुताबिक़, इनमें चौबेपुर थाने के एक दारोगा समेत दो सिपाहियों के नाम सामने आये, जिनके साथ विकास लगातार सम्पर्क में था। पुलिस को शक हैं कि इन पुलिसकर्मियों ने ही विकास को रेड की जानकारी दी थी।

दबिश से पहले थाने के फोन से कटवाई गयी गाँव की बिजली

वहीं मामले में अब पता चला है कि मुठभेड़ की रात थाने के एक सिपाही ने ही पावर हाउस में फोन करके बिकरू गांव एवं उसके आसपास के इलाके की बिजली काटने के लिए कहा था। बिकरू गांव में करीब एक घंटे तक गोलियां तड़तड़ाने के दौरान पूरे गांव में बिजली नहीं आ रही थी और अंधेरा छाया हुआ था।

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इन पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध

दरअसल इस पूरे मामले में कुछ पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। पुलिस दबिश की मुखबिरी करने के शक में चौबेपुर के एसओ विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले की जांच एसटीएफ ने शुरू कर दी है और संदिग्ध भूमिका वाले पुलिसकर्मियों से पूछताछ की जा रही है।

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