Kanpur Airport: नए टर्मिनल पर फ्लाइट भरेगी आज से उड़ान, चकेरी एयरपोर्ट पूरी तरह से बंद
Kanpur Airport: कानपुर के नए एयरपोर्ट टर्मिनल से आज से उड़ाने शुरू कर दी जायेंगी। जिसके साथ कल यानी मंगलवार से चकेरी एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है।
Kanpur Airport: कानपुर के नए एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग से आज यानी बुधवार को फ्लाइट की उड़ान शुरू होने जा रही है। जिसके पहले ही मंगलवार की रात में चकेरी एयरपोर्ट पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। चकेरी का पुराना हवाई अड्डा से कॅमर्शियल उड़ानों की आवाजाही एकदम के लिए ठप्प कर दी गई है। पुरानी बिल्डिंग का इस्तेमाल कहा और किस काम के लिए करना है इसपर फैसला बाद में होगा अभी न्यू टर्मिनल से उड़ाने शुरू किए जाने पर फोकस किया जा रहा है।
नए टर्मिनल पर स्वागत होगा बैंगलुरु फ्लाइट का,
कानपुर के नए एयरपोर्ट टर्मिनल पर पहली फ्लाइट बुधवार को बंगलुरू की उतरने वाली है। यह फ्लाइट दोपहर के समय लगभग एक बजे कानपुर पहुंचती है और 1:35 बजे कानपुर से बैंगलुरु के लिए उड़ान भरती है और बैंगलुरु एयरपोर्ट पर 3:25 तक पहुंचती है। जिसके बाद मुंबई की फ्लाइट इस एयरपोर्ट पर आएगी।
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नए टर्मिनल का उद्घाटन 26 मई को हुआ था,
कानपुर के नए टर्मिनल का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा 26 मई को किया गया था। उद्घाटन से 12 दिन के बाद इस नए टर्मिनल को ट्रेवलर्स के लिए ओपेन किया जा रहा है। वहीं इस एयरपोर्ट से कानपुर-दिल्ली की फ्लाइट भी 16 जून से यहां शुरू हो जाएगी। दिल्ली की फ्लाइट इंडिगो की फ्लाइट है जिसका शेड्यूल भी इंडिगो द्धारा जारी कर दिया गया है।
दिल्ली के लिए इंडिगो की फ्लाइट की क्षमता अधिक
इंडिगो के अधिकारियों का कहना है कि कानपुर से दिल्ली तक के लिए ज्यादा लोड होने की उम्मीद लगाई जा रही थी। इस उम्मीद के लिए एयर क्राफ्ट-321 की कैपेसिटी 220 यात्रियों तक होगी। इंडिगो ने पहले बेंगलुरू और मुंबई के फ्लाइट के जैसे कानपुर-दिल्ली के लिए भी 180 सीटर फ्लाइट को ही शुरू करने का फैसला किया गया था, लेकिन बाद में फिर ज्यादा ट्रेवलर्स की उम्मीद को देखते हुए ज्यादा कैपेसिटी वाली फ्लाइट को शुरू करने का फैसला लिया गया है। इंडिगो ने नई फ्लाइट शुरू करने की सारी तैयारियां एक चुनौती समझते हुए शुरू किया है।
पुराने और नए एयरपोर्ट में क्या अंतर
कानपुर के नए एयरपोर्ट टर्मिनल और पुराने हवाई अड्डे में कई तरह का अंतर है। पुराने टर्मिनल की कैपेसिटी 110 यात्रियों की थी जो नए टर्मिनल में बढ़कर 300 यात्रियों की कर दी गई है। पुराने एयरपोर्ट पर एक बार में एक समय में एक ही फ्लाइट उतर सकती थी, लेकिन नए टर्मिनल में एक समय में तीन फ्लाइट खड़ी की जा सकती है। नए टर्मिनल पर दो चेकइन काउंटर के जगह आठ चेकइन काउंटर बनाए गए है। दिव्यांग(disabled)l जनों के लिए अलग से चेकइन काउंटर बनाया गया है।
चकेरी एयरपोर्ट 53 साल रहा जीवित
चकेरी हवाई अड्डा आधिकारिक रूप से सैन्य हवाई अड्डा के लिए बनाया गया था, जिसे एयरफोर्स द्वारा इस्तेमाल करने के लिए मंजूरी दी गई थी। लगभग वर्ष 1970 में चकेरी एयरपोर्ट को अहिरवां साइड कॅमर्शियल फ्लाइट के लिए शुरू किया गया था। इसके शुरुआती दिनों में एक फ्लाइट दिल्ली के लिए चलती थी। जो कई दूसरे शहरों को जोड़ने का काम करती थी। एक समय बाद यहां से उड़ानें बंद हो गई थी।
2004 में फिर शुरू हुआ,
वर्ष 2004 में चकेरी हवाई अड्डे से कानपुर को दूसरे राज्यों के शहरों से जोड़ने वाले एक नियमित घरेलू हवाई अड्डे के रूप में काम करने की शुरुआत की गई थी। लेकिन अब सिविल इनक्लेव का निर्माण हो चुका है। जिससे चकेरी का पुराना हवाई अड्डा मंगलवार रात से ही बंद कर दिया गया है जिसके बाद आज यानी बुधवार से कानपुर के नए एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग से उड़ानें शुरू होने वाली है।
नए टर्मिनल की कुछ विशेषताएं
जिन यात्रियों की आंखों में परेशानी है, उनके लिए एयरपोर्ट पर पहुंच और नेविगेशन में सरलता से पहुंचने के लिए Tactile paths भी बनाए गए हैं। कानपुर के नए एयरपोर्ट पर नए सिविल एन्क्लेव का टर्मिनल बिल्डिंग डबल इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, ऊर्जा की बचत के लिए कैनोपी का प्रावधान, एलईडी लाइटिंग, लो हीट गेन डबल ग्लेज़िंग यूनिट, वर्षा जल संचयन जैसी विभिन्न सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।टर्मिनल के आगे का हिस्सा कानपुर के प्रसिद्ध जेके मंदिर की वास्तुकला को दिखाता है।