Kanpur News: मैं कानपुर की माटी का कर्जदार हूं, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
Kanpur News: बोले-भारत के वैज्ञानिकों का डंका पूरे विश्व में बज रहा है। पूर्व राष्ट्रपति ने मंच से कहा कि मैं कानपुर की माटी का कर्जदार हूं। मैं सभी जगह फक्र से कहता हूं कि मैं कानपुर का रहने वाला हूं। यहां उद्योग, शिक्षा, चिकित्सा समेत अन्य क्षेत्रों में कानपुर का दबदबा है।
Kanpur News: भारत का परचम चंद्रयान-3 की सफलता से पूरे विश्व में लहरा रहा है। जहां विश्व का कोई भी देश नहीं पहुंच सका वहां हम पहुंचे हैं। वैज्ञानिकों की क्षमता और प्रतिभा के दम पर ही संभव हुआ है। यह बात कानपुर स्थित छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम के दौरान भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन में कही। यूनिवर्सिटी में रामकुटी फाउंडेशन की ओर से आयोजित पंडित राम बालक मिश्रा स्मृति समारोह में मुख्य अतिथि बन पहुंचे थे।
मैं इस माटी का कर्जदार
आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पूर्व राष्ट्रपति स्पेशल विमान से कानपुर एयरपोर्ट पहुंचे। उनके स्वागत के लिए यूपी के राज्यमंत्री असीम अरुण, कमिश्नर अमित गुप्ता, पुलिस कमिश्नर डॉ. आरके स्वर्णकार, डीएम विशाख जी समेत अन्य अफसर मौजूद रहे। फिर सड़क मार्ग से सीधे कानपुर यूनिवर्सिटी पहुंचे। कार्यक्रम में महापौर प्रमिला पांडेय, आईआईटी के निदेशक अभय करंदीकर, कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद के निदेशक प्रो. भरत भास्कर और यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. विनय पाठक समेत अन्य लोगों ने पूर्व राष्ट्रपति का स्वागत किया। पूर्व राष्ट्रपति ने मंच से कहा कि मैं कानपुर की माटी का कर्जदार हूं। मैं सभी जगह फक्र से कहता हूं कि मैं कानपुर का रहने वाला हूं। यहां उद्योग, शिक्षा, चिकित्सा समेत अन्य क्षेत्रों में कानपुर का दबदबा है। युवा सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें। उन्हें सफलता जरूर मिलेगी। चंद्रयान- 3 की सफलता से भारत का विश्व में नाम बढ़ा है।
पंडित रामबालक मिश्र स्मृति समारोह
रामकुटी फाउंडेशन द्वारा आयोजित पंडित रामबालक मिश्र स्मृति समारोह में शामिल होने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद छत्रपति शाहूजी विश्वविद्यालय पहुंचे। रामनाथ कोविंद जब विश्वविद्यालय परिषद में पहुंचे तो सबसे पहले अपने इष्ट मित्रों से मुलाकात कर हाल-चाल जाना। समारोह की शुरुआत रामनाथ कोविंद द्वारा दीप प्रज्वलन करवा कर किया गया। पूरे देश से आए 30 सुप्रसिद्ध हस्तियों का सम्मान किया गया। आईआईटी के प्रोफेसर अजय कारिंदकर, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ संजय काला, डॉ नीलम मिश्रा समेत जेएमडी ग्रुप के निदेशक संजीव दीक्षित का भी सम्मान हुआ।
टेबल बुक का विमोचन-
पंडित राम बालक मिश्र को समर्पित पुस्तक कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया गया। संबोधन में पूर्व राष्ट्रपति ने स्मृति शेष पंडित राम बालक मिश्रा के साथ बिताए पल उनसे संबंधों की यादें ताजा की। यहां आना बहुत अच्छा लगता है न सिर्फ इसलिए कि ये मेरा शहर है बल्कि इसलिए भी की यहां के लोगों के चेहरों पर अलग ही खुशी दिखती है। कुछ समय पहले उनके केरल प्रवास के दौरान आनंदमई गुरु माँ के साथ भी कानपुर पर लंबी चर्चा हुई थी।
चंद्रयान-3 के सफल प्रयोग पर दी बधाई
23 अगस्त को चंद्रयान-3 के सफल प्रयोग पर भी उन्होंने वैज्ञानिकों समेत सभी देशवासियों को बधाई दी। इस सफल प्रयोग के बाद पूरी दुनियां में भारत अग्रणी स्थान पर आ कर खड़ा हो गया है। अमेरिका रूस जैसे देशों के शीर्ष नेता भले ही बधाई दे रहे हों। लेकिन अंदर से मान रहे हैं कि वो पीछे रह गए।
कई दिग्गज हस्तियां शामिल हुईं-
आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद कुमार अग्रवाल, नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज स्वास्थ्य मंत्रालय के अध्यक्ष अभिजात सेठ, जीआरआई के चांसलर डॉ. केएम अन्नामलाई, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली के डीन प्रो. मीनू बाजपेई, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो. तारिक मंसूर समेत कई बड़े चेहरे इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
कौन हैं रामबालक मिश्र-
पंडित रामबालक मिश्र उत्तर प्रदेश के एक प्रख्यात अधिवक्ता थे। शिक्षा और न्याय के प्रति सदैव जीवन समर्पित किया। अपने ज्ञान के बल पर उन्होंने वकालत करने के साथ ही कानपुर में बार एवं लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बने। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के सदस्य बन 20 सालों तक निरंतर पद पर रहे। इसके बाद उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष भी बनें।